Bihar Flood: बिहार की नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. कहीं बाढ़ तो कहीं कटाव की स्थिति बनी हुई है. वीरपुर स्थित कोसी बराज के 19 फाटक खोले गए हैं. कोसी नदी का जलस्तर मंगलवार को बढ़ा हुआ था. मंगलवार को कोसी का जलस्तर दो लाख से अधिक बढ़ते क्रम में था जबकि बुधवार को यह घटते क्रम में दर्ज किया गया. कटिहार में चेतावनी स्तर के करीब गंगा व कोसी नदी पहुंच चुकी है. कई अन्य नदियों में भी उतार-चढ़ाव जारी है. यहां अमदाबाद प्रखंड के भवानीपुर खट्टी पंचायत अंतर्गत बबला बन्ना गांव में गंगा नदी से भीषण कटाव हो रहा है.
कोसी बराज का ताजा हाल
कोसी नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. मंगलवार को फिर बढ़ोतरी हुई. जिससे नदी के तटबंध के भीतर गांव में रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ेगी. मंगलवार की शाम छह बजे कोसी बराज स्थित कंट्रोल रूम से मिली जानकारी अनुसार कोसी नदी का जलस्तर दो लाख 15 क्यूसेक बढ़ते क्रम में दर्ज किया गया. जबकि कोसी बराज के 23 फाटकों को खोल दिया गया था. वहीं बुधवार को दिन 12 बजे के आंकड़े के अनुसार, यहां जलस्तर घटते क्रम में 1 लाख 54 हजार 415 क्यूसेक दर्ज किया गया. बराज के 19 फाटक खोले गए हैं.
बराह क्षेत्र में जलस्तर…
जानकारी अनुसार नदी के जल अधिग्रहण बराह क्षेत्र में मंगलवार को शाम सात बजे कोसी बराज पर नदी का जलस्तर 02 लाख 12 हजार 565 क्यूसेक व बराह क्षेत्र में 01 लाख 49 हजार 75 क्यूसेक पानी रिकॉर्ड किया गया था. जबकि बुधवार को दिन में 12 बजे कोसी के बराह क्षेत्र में घटते क्रम में 1 लाख 2 हजार 350 क्यूसेक पानी रिकॉर्ड किया गया. बराह में नदी का जल स्तर घट रहा है. हर घंटे स्पर और तटबंध के चिन्हित जगहों पर निगरानी की जा रही है. कोसी की अपनी प्रकृति है कि इसके जलस्तर में उतार चढ़ाव लगातार जारी रहता है.
कटिहार में नदियों का हाल, कटाव की चिंता गहरायी
कटिहार में महानंदा नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. गंगा, बरंडी, कोसी व कारी कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है. गंगा नदी का जलस्तर भी चेतावनी स्तर के करीब पहुंच चुका है. कोसी, बरंडी व कारी कोसी नदी में उफान है. बाढ़ एवं कटाव को लेकर लोग यहां दहशत में हैं. अमदाबाद प्रखंड के भवानीपुर खट्टी पंचायत अंतर्गत बबला बन्ना गांव में गंगा नदी से भीषण कटाव हो रहा है. बड़ी मस्जिद कटाव के मुहाने पर खड़ा हो गया है. कटाव के चपेट में आकर मस्जिद प्रांगण में संचालित मदरसे का दो कमरे का शौचालय कटकर गंगा नदी में विलीन हो गया.