Bihar Flood News: नेपाल में भारी बारिश की वजह से बिहार की नदियां उफनाई हुई है. सूबे की एक दर्जन नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. उत्तर बिहार में एकबार फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. 48 घंटे के अंदर 8 नदियां खतरे के निशान को पार कर चुकी है.
कटिहार जिले के महानंदा नदी को छोड़कर सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर में शनिवार को लगातार 11वें दिन भी कमी दर्ज की गयी है. जबकि महानन्दा नदी के जलस्तर में सभी स्थानों पर लगातार चौथे दिन भी वृद्धि दर्ज की गयी है. इस नदी का जलस्तर झौआ, बहरखाल, आजमनगर, कुर्सेल, धबोल, दुर्गापुर व गोविंदपुर में बढ़ रही है. यह नदी अधिकांश स्थानों पर लाल निशान से ऊपर बह रही है. इस नदी के घटते-बढ़ते जलस्तर से कई क्षेत्रों में कटाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. दूसरी तरफ गंगा के जलस्तर में उतार चढ़ाव है. जबकि कोसी शांत है. बरंडी व कारी कोसी नदी के जलस्तर में भी कमी दर्ज की गयी है.
कटिहार में गंगा नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव है. जबकि कोसी का जलस्तर स्थिर है. बरंडी व कारी कोसी नदी के जलस्तर में शनिवार को लगातार 11वें दिन भी कमी दर्ज की गयी है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल की ओर से शनिवार की शाम को जारी रिपोर्ट के मुताबिक गंगा नदी के रामायणपुर में सुबह 26.91 मीटर दर्ज किया गया, जो शाम में 26.91 मीटर ही रहा है. इसी नदी के काढ़ागोला घाट पर जलस्तर 29.33 मीटर दर्ज किया गया था, जो 12 घंटे बाद शनिवार की शाम घटकर 29.30 मीटर हो गया. कोसी नदी का जलस्तर कुरसेला रेलवे ब्रिज पर शनिवार की सुबह 29.48 मीटर दर्ज की गयी. शाम में यहां का जलस्तर 29.48 मीटर ही रहा है. बरंडी नदी का जलस्तर एनएच 31 डूमर में 30.48 मीटर दर्ज किया गया. शनिवार की शाम यहां का जलस्तर घटकर 30.44 मीटर हो गया है. कारी कोसी नदी का जलस्तर शनिवार की सुबह 27.42 मीटर दर्ज किया गया है. शाम में यहां का जलस्तर घटकर 27.40 मीटर हो गया है.
अररिया में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर में तेजी देखी जा रही है.वहीं भागलपुर जिले में शनिवार को गंगा नदी के जलस्तर में पांच सेंटीमीटर की कमी हुई. गंगा का जलस्तर 31.79 मीटर रिकॉर्ड किया गया, जो खतरे के निशान 33.68 से 1.89 मीटर नीचे है. वहीं, नवगछिया अनुमंडल में बहने वाली कोसी नदी का जलस्तर कुरसेला पुल के पास तीन सेंटीमीटर घट कर 29.45 मीटर तक पहुंच गया है. कोसी खतरे के निशान से 55 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. बीते तीन दिनों से गंगा व इसकी सहायक नदियों में बारिश हो रही है. इस कारण बक्सर, पटना, मोकामा व मुंगेर तक गंगानदी के जलस्तर में इजाफा हुआ है. अगले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में आंशिक बढ़ोतरी हो सकती है. वहीं, कोसी व सीमांचल क्षेत्र में बारिश अधिक होने से कोसी का जलस्तर भी रविवार से बढ़ सकता है.
सहरसा में कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण तटबंध के अंदर सैकड़ों गांवों में पानी फैल गया. शनिवार को जिला पदाधिकारी कौशल कुमार 64.95 किमी स्पर पर पहुंचे. बताया कि विगत 14 अगस्त को कोसी नदी में 04 लाख 62 हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज छोड़ा गया था. जो फ्लड लाइट के रूप में निकल गया. लेकिन फिर कुछ अंतराल पर ही 10 दिनों के बाद ही एक बार कोसी नदी में शुक्रवार की देर रात 12:00 बजे तक 04 लाख 14 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. कम अंतराल पर पानी छोड़ने के कारण कोसी नदी में जलस्तर काफी बढ़ गया. जिस कारण तटबंध के अंदर कई गांवों में पानी फैल गया है.
गंडक बराज वाल्मीकिनगर से अप स्ट्रीम से 2.24 लाख क्यूसेक पानी गंडक नदी में छोड़ा गया. बीते दो दिनों में बराज के जलस्तर में गिरावट दर्ज की जा रही थी. किंतु गुरुवार से नेपाल के जल अधिग्रहण वाले क्षेत्रों में हो रही रुक-रुक कर बारिश के कारण गंडक बराज का जलस्तर फिर बढ़ने लगा है. जिस कारण बार-बार जलस्तर में बढ़ोतरी और गिरावट के कारण गंडक नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में तेजी से कटाव होना शुरू हो गया है.
नेपाल में जोरदार बारिश के कारण गंडक नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है. पिछले 24 घंटे में गंडक नदी के नेपाल स्थित कैचमेट एरिया में 115 एमएम बारिश रेकॉर्ड की गयी है, जिससे वाल्मीकिनगर बराज से डिस्चार्ज बढ़कर 2.04 लाख क्यूसेक पर पहुंच गया, जो शाम छह बजे घटने लगा और 1.96 लाख क्यूसेक पर रहा. गोपालगंज में गंडक नदी खतरे के निशान से पतहरा में आधा मीटर, तो टंडसपुर में 62 सेमी ऊपर पहुंच गयी. नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. रविवार को नदी का जल स्तर और बढ़ेगा. तटबंधों पर दबाव बना हुआ है.