Bihar Flood : न बना नियंत्रण कक्ष, न पुलिस की तैनाती, छह किलो के बजाय मिल रहा तीन किलो चारा

जनार्दन घाट पर बने राहत शिविर के अंदर बने नियंत्रण कक्ष में न तो कोई पदाधिकारी हमेशा रहते हैं और न ही पुलिस की तैनाती की गयी है. नियंत्रण कक्ष में पदाधिकारी या कर्मी आते हैं और थोड़ी देर रुकने के बाद निकल जाते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 17, 2021 9:26 AM

पटना. जनार्दन घाट पर बने राहत शिविर के अंदर बने नियंत्रण कक्ष में न तो कोई पदाधिकारी हमेशा रहते हैं और न ही पुलिस की तैनाती की गयी है. नियंत्रण कक्ष में पदाधिकारी या कर्मी आते हैं और थोड़ी देर रुकने के बाद निकल जाते हैं. जबकि वहां पर स्थायी रूप से पदाधिकारी व कर्मियों की तैनाती की गयी है, ताकि लोगों को किसी प्रकार की समस्या हो तो तुरंत समाधान किया जा सके. इसके साथ ही नियंत्रण कक्ष में कहीं भी कोई फोन नंबर अंकित नहीं है कि लोग अपनी शिकायत या परेशानी बता सकें. सोमवार को कुछ लोग जानवरों का चारा भी जबरन उठा कर ले गये.

छह किलो के बजाय दिया जा रहा तीन-चार किलो चारा

जनार्दन घाट पर जानवरों को चारा भी दिया जा रहा है. लेकिन अब प्रति जानवर केवल तीन-चार किलो ही चारा दिया जा रहा है. नकटा दियारे से आये लालबाबू राय ने बताया कि सोमवार को एक जानवर पर तीन किलो ही दिया गया. इससे दोनों समय खिलाना है, जो काफी कम है. एक जानवर कम से कम दो समय में सात-आठ किलो चारा खाता है.

इस संबंध में चार वितरण के जगह पर मौजूद पशुपालन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जितना चारा आया है, उसमें ही सारे लोगों को पूरा कर देना है. कुछ लोग जबरन चारा उठा कर ले गये हैं. वे लोग चारा बांटने आये हैं, न कि मारपीट करने.

मेडिकल कैंप में नहीं रहती है पर्याप्त मात्रा में दवा

राहत शिविर के अंदर में एक मेडिकल कैंप भी बनाया गया है. जहां पर्याप्त मात्रा में दवाएं नहीं रहती हैं. सोमवार की सुबह कई लोगों को उनकी समस्या के अनुसार दवाएं बांटी गयीं, जो खत्म हो गयीं. इसके बाद करीब दो बजे फिर से दवा आयी और लोगों को दी गयी. इस दौरान कई लोग बिना दवा के ही वहां से लौट गये.

बिहार विद्यापीठ के आसपास नाले में पानी हुआ लबालब

पटना-दानापुर मार्ग में बिहार विद्यापीठ के आसपास नाले में शहर का पानी लबालब हो गया है. इसके कारण सड़क पर पानी निकलने का खतरा बन गया था. हालांकि प्रशासन ने तुरंत ही नाले से पानी को निकाल कर गंगा नदी में पाइप से फेंकने की व्यवस्था कर दी है.

गंगा अपार्टमेंट में निकाला जा रहा पानी लेकिन नहीं हो रहा खत्म

गंगा अपार्टमेंट से पानी निकालने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है. पंप चलाकर पानी को बाहर निकाला जा रहा है. सोमवार को गंगा अपार्टमेंट में जमे पानी को पूरा निकाल दिया गया. लेकिन कुछ देर बाद ही उसमें फिर से जलजमाव हो गया.

शौचालय हो गये हैं गंदे

पटना-जनार्दन घाट पर शौच को लेकर चलंत शौचालय की व्यवस्था की गयी थी. लेकिन-सफाई नहीं होने के कारण पूरी तरह गंदे हो गये हैं .

Posted by Ashish Jha

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