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PHOTOS: बिहार में बाढ़ की तबाही शुरू, सुपौल में नाव ही अब सहारा, सीवान में टूटा गंडक नहर का बांध

FLOOD 2024: बिहार में बाढ़ से अब तबाही मचनी शुरू हो चुकी है. कोसी-सीमांचल की नदियां ऊफनाई हुई है. सीवान में गंडक नहर का बांध टूट गया है.

By ThakurShaktilochan Sandilya | June 22, 2024 11:54 AM
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Flood 2024: बिहार में मानसून का प्रवेश हो गया है. उधर, नेपाल में हुई जोरदार बारिश ने बिहार की नदियों में भी ऊफान ला दिया है. कोसी-सीमांचल की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और बाढ़ की आहट से अब लोग सहमे हुए हैं. खेत-खलिहान कई जगह डूब गए हैं तो कई गांवों में भी नदी का पानी घुस चुका है. गांवों में नाव भी अब चलने लगी है. कटाव का संकट भी अब गहराने लगा है और लोग घर-मकान तोड़कर सुरक्षित जगहों पर जाने लगे हैं.सीवान में अचानक गंडक नहर का बांध टूट गया जिससे गांव में पानी घुस चुका है.

सीवान में गंडक का बांध टूटा

सीवान में गंडक नहर का बांध टूट गया जिससे पानी ग्रामीण इलाके में प्रवेश कर गया है. ग्रामीणों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया. सूचना मिलते ही विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे. नहर के बांध की मरम्मत का काम शुरू करने की तैयारी की गयी. नवादा गांव की यह घटना बतायी जा रही है. जहां देर रात को गंडक नहर का बांध टूट गया और पानी गांव में प्रवेश कर गया.

कोसी बराज पर पानी अब घट रहा

सुपौल में कोसी नदी के जलस्तर में उतार-चढाव जारी है. गुरुवार की रात कोसी नदी का डिस्चार्ज 02 लाख 39 हजार 515 क्यूसेक तक पहुंच गया. हालांकि जल अधिग्रहण क्षेत्र बराह में नदी का जल स्तर तेजी से घटने लगा. इस वजह से कोसी बराज पर भी नदी का पानी धीरे- धीरे घटने लगा.

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सुपौल में जलमग्न हो गए गांव और खेत

सुपौल में तटबंध के भीतर सैकड़ों गांव में नदी में पानी फैल गया. शुक्रवार से पानी का लेवल अब कम भी हो रहा है. तटबंध के अंदर के सैकड़ों गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है जिससे खेत जलमग्न हो गए हैं. फसलें डूब गयी हैं जिससे किसानों को नुकसान हुआ है.

सुपौल में दरवाजे पर नाव उतार रहे लोग

सुपौल में कोसी का पानी पूर्वी और पश्चिमी तटबंध के 5 प्रखंडों में घुस चुका है और 29 पंचायत इससे प्रभावित हैं. लोगों ने अपने नाव दरवाजे पर रख लिए हैं. नाव से ही वो आना-जाना कर रहे हैं. वहीं नरपतगंज प्रखंड के आधा दर्जन से अधिक गांवों में पानी प्रवेश कर चुका है. कुछ जगहों पर ग्रामीण सड़कों के ऊपर से एक से डेढ़ फीट पानी बह रहा है. सुरसर नदी व खरहा धार उफना गयी है.

पूर्णिया की नदियों के उफान में आयी कमी, कटाव का कहर जारी

पूर्णिया के बैसा प्रखंड क्षेत्र होकर गुजरने वाली कनकई एवं महानंदा नदी के जलस्तर में धीरे – धीरे कमी हो रही है. इसके कारण नदी किनारे बसे लोगों में कुछ राहत दिखाई दे रही है. वहीं नदी कटाव के चलते कई गांवों के लोग अभी भी काफी परेशान नजर आ रहे हैं. प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हरिया, काशीबाड़ी, आसजा, खाताटोली सहित अन्य गांव के नजदीक भीषण नदी कटाव जारी है. नदी कटाव के चलते कई परिवारों का घर नदी में समा चुका है. वहीं जिस तरह नदी कटाव जारी है, अगर इसी तरह नदी कटाव जारी रहा तो कई परिवार नदी कटाव की चपेट में आ सकते हैं.

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