Loading election data...

Bihar Flood: पुनपुन नदी किंजर में लाल निशान के पार, औरंगाबाद में अदरी नदी पर बना पुल डूबा

नदी में पानी बढ़ने से पुनपुन का पानी किंजर में अब खेतों में भी पहुंचने लगा है. हालांकि, अभी इस बाढ़ का पानी से कोई नुकसान नहीं हो रहा है. पुनपुन का पानी किंजर ठाकुरबाड़ी के पास खेतों में लगे सब्जी फसलों में पहुंच गया है. बाढ़ का पानी पक्का सीढ़ी घाट, वीर कुंवर सिंह स्मारक स्थल तक पहुंच गया है.

By Ashish Jha | October 5, 2023 9:13 PM

जहानाबाद. पुनपुन नदी के जल स्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. पिछले दो-तीन वर्षों में सबसे ज्यादा पानी गत दो दिनों में आया है. नदी में पानी बढ़ने से पुनपुन का पानी किंजर में अब खेतों में भी पहुंचने लगा है. हालांकि, अभी इस बाढ़ का पानी से कोई नुकसान नहीं हो रहा है. पुनपुन का पानी किंजर ठाकुरबाड़ी के पास खेतों में लगे सब्जी फसलों में पहुंच गया है. बाढ़ का पानी पक्का सीढ़ी घाट, वीर कुंवर सिंह स्मारक स्थल तक पहुंच गया है. बाढ़ के पानी में किंजर पंचायत के मनरेगा योजना से बनाये गये लाखों रुपए का सीढ़ी घाट पूर्णत: डूब चुका है. सीढ़ी का कोई अंश दिखाई नहीं पड़ रहा है. वहीं, मनरेगा योजना से बने एकमात्र महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम का आधा भाग पानी में डूब चुका है. केंद्रीय जल आयोग की किंजर शाखा के गेज कार्यालय प्रभारी के अनुसार किंजर पुनपुन नदी का जलस्तर संध्या पांच बजे मापी के अनुसार खतरे के निशान से एक मीटर 8 सेंटीमीटर ऊपर रहा. प्रति घंटे एक सेंटीमीटर की दर से वृद्धि हो रही है. कार्यालय प्रभारी ने बताया कि अगर ऊपरी इलाके में बारिश होती रही, तो किंजर इलाके में जलस्तर में और वृद्धि होने का अनुमान है.

औरंगाबाद में अदरी नदी पर बना पुल डूबा

औरंगाबाद के ओबरा-रफीगंज मार्ग में चपरी गांव समीप अदरी नदी पर बना पुल बाढ़ के पानी में समा गया, जिससे दर्जनों गांवों का आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है. बड़ी बात यह है कि डूबे पुल के सहारे बहुत से लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे है. यह जानलेवा साबित हो सकता है. ज्ञात हो कि यह सड़क ओबरा प्रखंड से गोह, हसपुरा व रफीगंज प्रखंड को जोड़ती है. पुल को डूबने से इस सड़क से आने-जाने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसी रास्ते सैकड़ों गांवों के ग्रामीण बाजार करने प्रतिदिन आते हैं. वर्तमान में त्योहार को लेकर ग्रामीण बाजार आने का सिलसिला जारी था. अन्य कोई भी मार्ग नहीं होने की वजह से व्यवसायियों पर भी इसका प्रभाव दिख रहा है. विद्यार्थियों की पढ़ाई पूरी तरह ठप हो गयी है. ग्रामीण ने बताया कि लगभग 50 वर्ष पूर्व पुल का निर्माण हुआ था.

दुर्गावती नदी का जलस्तर बढ़ा, मोहनिया के रिहायशी इलाकों में घुसा पानी

मोहनिया. लगातार चार दिनों से हो रही झमाझम बारिश से एकाएक दुर्गावती नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिसके कारण बुधवार की रात मोहनिया शहर के रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया, जिसमें करीब 30 से 40 घर बाढ़ के पानी में घिर गये हैं. इधर, सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकाला. इधर, बाढ़ के सूचना पर एडीएम डॉ संजय कुमार, मोहनिया एसडीओ राकेश कुमार सिंह, मोहनिया विधायक संगीता कुमारी बाढ़ क्षेत्र में पहुंच हर संभव मदद करने का निर्देश दिया.

Also Read: बिहार में इस तारीख से बंद होंगे मैनुअल चालान, पुलिसकर्मियों के लिए बाडी वार्न कैमरा वाली वर्दी पहनना अनिवार्य

एकाएक नदी का जल स्तर बढ़ गया

मालूम हो कि लगातार हो रही झमाझम बारिश व दुर्गावती डैम से छोड़े गये पानी के बाद बुधवार की रात एकाएक नदी का जल स्तर बढ़ गया. इसके कारण अवारी, बेलौड़ी व मोहनिया शहर के उत्तरी किनारे के मुहल्ले में पानी भर गया. नदी के जल स्तर में इस कदर बढ़ोतरी हुआ कि मोहनिया-भभुआ पथ के ऊपर से पानी बहने लगा. इधर, डीएम के निर्देश पर एडीएम सहित कई अधिकारी पहुंच जायजा लिये. साथ ही एसडीआरएफ की दो टीमों को बुलाया गया, जिनकी मदद से बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया. इसमें कई लोग अपने गांव गये, तो कई लोग का कही जाने का ठिकाना नहीं रहा, जिन्हें प्रशासन द्वारा रहने खाने की व्यवस्था करने की बात कही गयी है.

फलका के मोरसंडा पंचायत में सैकड़ों घरों में बरंडी नदी का पानी घुसा

कटिहार के फलका प्रखंड क्षेत्र में चार पांच दिनों मूसलाधार बारिश के कारण बरंडी नदी उफ़ान पर है. बरंडी नदी का रुद्र रूप के कारण मोरसंडा पंचायत के तीन वार्ड के करीब दो सौ घर परिवार प्रभावित हुआ है. कही घर व अगन में पानी तो कहीं पूरा गांव पानी से घिर चुका है. जिस कारण प्रभावित परिवार अन्यंत्र या अपने रिश्तेदार के यहां पलायन कर रहे हैं. बरंडी नदी के रुद्र रूप के कारण किसानों के सैकड़ों एकड़ में तैयार धान फसल जलमग्न हो चुका है. डूबे धान में अंकुरण निकल गया है. जिस कारण किसान खून के आंसू बहाने पर मजबूर है. चारो तरफ पानी साथ ही घर आंगन में पानी के कारण चूल्हा चौका बंद हो गया है. सूचना पर उप प्रमुख नेहा प्रवीण, इरसाद आलम,मुखिया अजहरुद्दीन उर्फ राजू नायक, उप मुखिया सेरूद्दीन वार्ड सदस्य असजद आलम, राजू चौधरी आदि प्रभावित परिवार का जायजा लिया और मदद का भरोसा दिया.

बाढ़ नहीं, बल्कि बरसात के पानी के कारण बाढ़ जैसा दृश्य है

सूचना पर सीओ दिवाकर कुमार ने राजस्व कर्मचारी आरिफ हुसैन को जांच कर रिपोर्ट देने कहा है. मौके पर राजस्व कर्मचारी ने भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ घूम-घूम कर जांच किया. मुखिया राजू नायक ने बताया कि बरंडी नदी के रुद्र रूप ले लेने के कारण जहां किसानों का फसल बर्बाद हो रहा है. पंचायत के कई वार्ड के करीब दो सौ घरों पानी प्रवेश कर गया है. जिन्हें जल्द से जल्द मदद की जरूरत है. सीओ दिवाकर कुमार ने बताया कि बरंडी नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण धान फसल प्रभावित हुआ है. इसके अलावा दो तीन दिनों से बारिश के कारण दर्जनों घर पानी घुसने के सूचना है. उन्होंने बताया कि अभी बाढ़ नहीं है. बल्कि बरसात के पानी के कारण बाढ़ जैसा दृश्य है.

Next Article

Exit mobile version