मुजफ्फरपुर. मानसून के आते ही पूरे उत्तर बिहार में बाढ़ का प्रकोप शुरू हो गया है. शहर के कई क्षेत्र में जलजमाव से लोग परेशान हैं. साथ गांवों में पानी से आने से लोग पलायन भी करने लगे हैं. वहीं, प्रखंड के बरियारपुर पंचायत से गुजर रही कदाने नदी के तटबंध करीब 50 फुट में पिछले साल से टूटा हुआ है. विभागीय उदासीनता के कारण इसे आज तक नहीं बांधा जा सका है.अब नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही टूटे तटबंध से पानी निकलना शुरू हो गया है.
बरियारपुर पंचायत से गुजर रही कदाने नदी के तटबंध करीब 50 फुट में पिछले साल टूट गया था. लेकिन अभी तक ठीक नहीं कराया जा सका. इस बारिश में अब वहां से पानी निकलना शुरू हो गया है. विभागीय उदासीनता के कारण इसे आज तक नहीं बांधा जा सका है.अब नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है. इसे देख लोग डरे हुए हैं. लोग बांध को ठीक करने के लिए अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं.
इसको लेकर क्षेत्र के जिलापार्षद सुरेश प्रसाद यादव ने जिलाधिकारी से उक्त टूटे तटबंध की मरम्मत की मांग की है. जिलापार्षद ने बताया कि टूटे हुए उक्त तटबंध के मरम्मत की मांग जलसंसाधन विभाग के मुख्य अभियंता से की गई है. लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई. प्रखंड में कार्यक्रम में आए जिलाधिकारी से भी मरम्मत की मांग की गयी लेकिन अबतक काम शुरू नहीं हुआ है. इधर नदी में पानी बढ़ने से पानी बाहर निकलने लगा है.
बता दें कि उत्तरी बिहार के कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. इस क्षेत्र की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इन नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. खासतौर पर भारत-नेपाल सीमा पर स्थित जिलों में हालत खराब होती जा रही है. पिछले कुछ दिनों से नेपाल में भारी बारिश और भारत-नेपाल सीमा पर स्थित उत्तरी बिहार के कुछ हिस्सों में कोसी, कमला बलान, बागमती, महानंदा और परमान जैसी लगभग सभी प्रमुख नदियों में जल स्तर में वृद्धि हुई है. जल संसाधन विभाग के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में ये बढ़ोतरी तेज हुई है.