Bihar Flood Update: बिहार में एकतरफ जहां नदियों का जलस्तर बढ़ और घट रहा है वहीं दूसरी ओर बारिश थमने के बाद अब सूखे की आहट है. गोपालगंज में गंडक खतरे के निशान तक पहुंच गयी है. अनुमान लगाया जा रहा है कि आज से नदी का जलस्तर घटना शुरू होगा. वहीं सीमांचल में अधिकांश स्थानों पर महानंदा के जलस्तर में नरमी आयी है. अन्य नदियों का जलस्तर व जिलों का जानिए ताजा हाल..
भागलपुर में गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा. बीते 24 घंटे में नदी का जलस्तर 32 सेंटीमीटर बढ़ा है. 26 जुलाई को दोपहर दो बजे जलसंसाधन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भागलपुर में गंगा का जलस्तर 30.78 मीटर रिकॉर्ड किया गया. जलस्तर खतरे के निशान 33.68 मीटर से फिलहाल 2.90 मीटर दूर है. इधर, कहलगांव में भी गंगानदी का जलस्तर 32 सेंटीमीटर बढ़ा है, जो खतरे के निशान 31.09 मीटर से 1.96 दूर है. भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल होकर बहनेवाली कोसी नदी के जलस्तर में भी मंगलवार को 41 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई है. नवगछिया की सीमा से सटे कुरसेला के पास कोसी नदी का जलस्तर 28.28 मीटर रिकॉर्ड किया गया. फिलहाल कोसी का जलस्तर खतरे के निशान 30 मीटर से 1.72 मीटर नीचे है.
गांधीघाट पटना से लेकर हाथीदा, मुंगेर, भागलपुर, कहलगांव व फरक्का तक गंगानदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. इससे पहले यूपी के प्रयागराज व वाराणसी में गंगा का जलस्तर घटा है. हालांकि यूपी समेत पश्चिमी भारत के विभिन्न राज्यों में हो रही बारिश के कारण अगले कुछ दिनों में जलस्तर में बढ़ोतरी जारी रहेगी.
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वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में एक लाख 24 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किये जाने के बाद जल स्तर में बढ़ोतरी होने लगी है. बुधवार को गंडक नदी का जल स्तर डेंजर लेवल के करीब पहुंच गया, लेकिन शाम होने के बाद धीरे-धीरे घटने लगा है. गुरुवार से जलस्तर में कमी आने के संकेत है, क्योंकि वाल्मीकिनगर बराज से शाम का डिस्चार्ज लेवल घटकर एक लाख नौ हजार क्यूसेक तक पहुंच गया है. जल संसाधन विभाग के एसडीओ ओसामा वारिसी ने बताया कि नेपाल में बारिश थमी है, जिसके कारण नदी के जल स्तर में कमी आने लगी है. मंगलवार की रात में एक लाख 24 हजार क्यूसेक तक नदी का जलस्तर था, इसलिए बुधवार की सुबह में जल स्तर में बढ़ोतरी हुई. गंडक नदी का जल स्तर खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर नीचे तक मापा गया था. हालांकि बाद में धीरे-धीरे घटने लगा है.
पतहरा में पायलट चैनल और सिधवलिया में टंडसपुर में पायलट चैनल खुलने के कारण नदी का पानी आसानी से गंगा में समाहित हो जा रही है. वहीं, भगवानपुर, अहिरौलीदान, मेहंदिया समेत कई जगहों पर तटबंध पर थोड़ा दबाव रहा, लेकिन जल स्तर घटने के बाद नदी का दबाव कम हो गया है. तटबंध पर कहीं-कहीं गड्ढे भी मिले, जिसे मानव बल के द्वारा भर दिया गया. एहतियातन तटबंधों पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है. जल संसाधन विभाग ने गंडक नदी में अगस्त तक जल स्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना जतायी है. फिलहाल राहत की बात है कि नदी का जलस्तर सामान्य है. यदि डिस्चार्ज लेवल ढ़ाई से तीन लाख के करीब तक पहुंचता है तो निचले इलाकों में पानी फैलने का खतरा बढ़ सकता है.
कटिहार जिले की सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर में बुधवार को उतार-चढ़ाव जारी रहा. महानंदा नदी का जलस्तर बुधवार दोपहर के बाद फिर से घटने लगा है. हालांकि यह गोविंदपुर में बढ़ रहा है. जबकि धबोल व दुर्गापुर में जलस्तर स्थिर है. इस नदी के झौआ, बहरखाल, आजमनगर व कुर्सेल में दोपहर के बाद से जलस्तर घट रहा है. इस नदी के घटते-बढ़ते जलस्तर से कई क्षेत्रों में कटाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. दूसरी तरफ गंगा, कोसी व बरंडी नदी के जलस्तर वृद्धि जारी रही है. गंगा, बरंडी व कोसी नदी के जलस्तर बढ़ने के बावजूद अधिकांश नदियों का जलस्तर चेतावनी स्तर से काफी नीचे है. जलस्तर में वृद्धि होने से लोग बाढ़ व कटाव को लेकर दहशत में हैं.
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार, महानंदा नदी का झौआ में बुधवार की सुबह जलस्तर 29.42 मीटर था, जो शाम में घटकर 29.38 मीटर हो गया. इसी नदी के बहरखाल में 29.06 मीटर था, जो घटकर 29.04 मीटर हो गया. कुर्सेला में बुधवार की सुबह 29.44 मीटर था, जो शाम घटकर 29.42 मीटर हो गया. नदी का दुर्गापुर में जलस्तर स्थिर है. बुधवार को यहां का जलस्तर 26.23 मीटर था, जो 12 घंटे बाद 26.23 मीटर ही रहा है. गोविंदपुर में जलस्तर 25.61 मीटर था, जो बुधवार की शाम बढ़कर 25.80 मीटर हो गया. आजमनगर में जलस्तर 28.18 मीटर था. बुधवार की शाम यहां का जलस्तर घटकर 28.17 हो गया. धबौल में इस नदी का जलस्तर 27.54 मीटर दर्ज किया गया है. यहां का जलस्तर 12 घंटे के बाद शाम में 27.54 मीटर ही रहा है.
गंगा, बरंडी व कोसी नदी के जलस्तर में भी पिछले कई दिनों से लगातार वृद्धि हो रही है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल की ओर से बुधवार की शाम को जारी रिपोर्ट के मुताबिक गंगा नदी का रामायणपुर में बुधवार की सुबह 25.26 मीटर जलस्तर दर्ज किया गया, जो शाम में बढ़कर 25.37 मीटर हो गया. इसी नदी के काढ़ागोला घाट पर जलस्तर 27.52 मीटर दर्ज किया गया था, जो 12 घंटे बाद बुधवार की शाम बढ़कर 27.59 मीटर हो गया. कोसी नदी का जलस्तर कुरसेला रेलवे ब्रिज पर बुधवार की सुबह 28.10 मीटर दर्ज की गयी. शाम में यहां का जलस्तर बढ़कर 28.27 मीटर हो गया है. बरंडी नदी का जलस्तर एनएच 31 डूमर में 28.18 मीटर दर्ज किया गया. बुधवार की शाम यहां का जलस्तर बढ़कर 28.35 मीटर हो गया है.
मुजफ्फरपुर के साहेबगंज में वैशाली नहर का तटबंध रजवाड़ा के पास स्थित आरडी 44 और 45 के बीच बुधवार को टूट गया. इस कारण पानी के तेज बहाव से सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें डूब गयीं. प्रशासन की ओर से बताया गया कि नहर में 500 क्यूसेक पानी का बहाव हो रहा था. पानी के बहाव को कम कर दिया गया और बोरा में मिट्टी भरकर पानी के बहाव को रोका जा रहा है.
Published By: Thakur Shaktilochan