Bihar flood Update: बिहार में पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है. गंडक व महानंदा नदी का जलस्तर बढ़ा है. मुजफ्फरपुर के औराई में बागमती नदी के जलस्तर में मंगलवार की सुबह से ही वृद्धि जारी है. इसके बाद देर शाम बभनगामा पश्चिमी का चचरी पुल बह जाने से एक बार फिर से नाव पर आधारित जीवन विस्थापित परिवारों का हो गया है. बभनगामा पश्चिमी के चौकीदार सह बभनगामा पश्चिमी गांव निवासी बताया कि बाढ़ नहीं आने की वजह से लोग एक बार फिर दूसरी दफा चचरी पुल का निर्माण कर गांव में आवागमन कर रहे थे, तकरीबन दो हजार की आबादी इस गांव में बसती है, जिसे चचरी पुल बह जाने की वजह से एक बार फिर से नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. बागमती का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, यहां तक की बभनगामा पश्चिमी बाहा से पानी निकाल कर धीरे-धीरे गांव की ओर चौर मे प्रवेश करने लगा है. हालांकि, गांव तक अभी पानी नहीं पहुंच सका है.
नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण लोगों को लग रहा है कि पानी गांव की ओर प्रवेश कर जाएगा. इधर बाड़ा बुजुर्ग, बाड़ा खुर्द ,महुआरा, मधुबन प्रताप, राघोपुर, चैनपुर , तरवन्ना समेत एक दर्जन गांवों के विस्थापितों के अंदर बाढ़ का भय सताने लग गया है, हालांकि, अभी बाढ़ की स्थिति नहीं बनी है. इस कदर पानी बढ़ा तो फिर से पलायन की नौबत आ सकती है. इधर सीओ रामानंद सागर ने बताया की स्थिति सामान्य है, जलस्तर बढ़ रहा है, लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है.
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बागमती, कमला, भूतही और ललबकिया खतरे के निशान को पार कर चुकी है. जानकारी के अनुसार अगले 24 घंटे से 48 घंटे में गंगा, गंडक, अघवारा भी लाल निशान को पार कर जाएगी. नेपाल और उत्तर बिहार में हुई बारिश के कारण नदियां उफान पर है. बागमती की पुरानी धार में डूबने से किशोर की मौत हो गई है. जिले के थाना क्षेत्र के खजुरी में बागमती की पुरानी धार (बाहा) में डूबने से एक किशोर की मौत हो गयी. किशोर कटरा थाना क्षेत्र के गंगेया गांव निवासी इंदल सहनी का पुत्र गोलू कुमार (14) था. गोलू अपनी ननिहाल खजुरी में रह रहा था. उसके नाना बोलबम सहनी ने बताया कि गोलू शौच के लिए खजुरी बाहा की तरफ गया था, जहां पैर फिसलने से वह गहरे पानी में चला गया. डूबने की घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग जुट गये और उसे पानी से बाहर निकाला, तबतक मौत हो चुकी थी. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है.
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बागमती का जलस्तर बढ़ने के कारण प्रखंड के उत्तरी हिस्से की 14 पंचायतों के लोगों को बाढ़ की चिंता सताने लगी है. बकुची निवासी ने कहा कि सुबह से लगभग पांच फुट नदी के जलस्तर में वृद्धि हो जाने से पीपा पुल से चारपहिया वाहनों का परिचालन बंद हो गया है. लोग जान जोखिम में डालकर आने-जाने को विवश हैं. लोगों का कहना है कि जलस्तर में वृद्धि जारी रही तो प्रखंड के उत्तरी हिस्से की 14 पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो सकता है.
जिले में रुक-रुक कर रिमझिम बारिश लगातार हो रही है. अगले दो दिनों तक भी यही स्थिति रहने की संभावना है. मंगलवार को दिन-भर काले घने बादल के साथ बारिश से मौसम सुहाना रहा. दूसरी ओर आरएयू पूसा मौसम विभाग की ओर से अगले पांच दिनों तक का पूर्वानुमान जारी किया गया है. अगले 48 घंटे में उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर सहित समस्तीपुर, दरभंगा, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण मध्यम से अधिक बारिश की संभावना जतायी गयी है. उसके बाद उत्तर बिहार के जिलों में वर्षा की संभावना में कमी आयेगी. इधर, पिपराही: प्रखंड क्षेत्र की बागमती नदी के तट पर बसा हुआ बेलवा नरकटिया गांव बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से खतरा उत्पन्न हो गया है. नरकटिया गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है.
नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश होने से कोसी, गंगा, महानंदा व उसकी सहायक नदियां उफान पर है. कटिहार, भागलपुर, अररिया व पूर्णिया जिले में निचले इलाके में पानी घुस गया है. कई जगहों पर नहर व बांध पर दबाव की सूचना है.