चौसा (बक्सर). कोरोना काल के बाद एक बार फिर से बिहार के बक्सर जिले के चौसा श्मशान घाट के पास चार शव गंगा नदी में तैरते दिखे. चार में एक शव गंगा नदी के किनारे था. जिसे आवारा कुत्ते नोच रहे थे. हालांकि, गंगा में शवों को प्रवाह करने पर प्रतिबंध है. इसके बावजूद गंगा में एक साथ चार शव ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है. बक्सर जिला प्रशासन फिलहाल इसपर कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है.
इससे पहले 2021 में कोरोना काल में भी इसी जगह पर काफी संख्या में शवों को बहते देखा गया था. इस सूचना ने जिला प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी थी.एक बार यह नजारा बक्सर में गंगा नदी में दिखा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि हीटवेव अथवा किसी अन्य बीमारी से क्षेत्र में मौतों का आंकड़ा अचानक से बढ़ गया है. इससे श्मशान में भीड़ बढ़ गई है. ऐसे में आर्थिक रुप से कमजोर लोगों द्वारा शव को गंगा नदी में प्रवाहित कर दिया जा रहा है. नदी में बहाव कम होने के कारण शव गंगा घाटों पर आकर लग गये, जिन्हें अब कुत्ते अपना निवाला बना रहे हैं.
ग्रामीणों ने बताया कि कोरोना काल में नदी में शव मिलने के बाद पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था. जिन्हें बाद में हटा दिया गया. इस संबंध में चौसा के सीओ वृजबिहारी प्रसाद ने बताया कि गंगा नदी में शवों के बहने की सूचना मिली है. इसकी स्वयं जांच करेंगे. वैसे भी गंगा नदी में शवों के प्रवाहित करने पर प्रतिबंध है. जो लोग ऐसा करते पकड़े जाएंगे उनपर कार्रवाई की जायेगी.