पटना. बिहार के राजगीर में ज़ू सफारी का बुधवार 16 फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उद्घाटन करेंगे. नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक यह प्रोजेक्ट बनकर तैयार है. इसके बन जाने से राजगीर पर्यटकों के लिए बिहार में अब सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र बन गया है. 191.12 हेक्टेयर में फैले राजगीर ज़ू सफारी न सिर्फ पर्यटन के लिहाज से बल्कि ज़ू सफारी पर्यटकों के लिए रोमांच से भरा होगा. यहां आने के बाद पर्यटक न सिर्फ सफारी का आनंद ले सकेंगे, बल्कि शेर से लेकर दूसरे जानवरों को भी खुले में विचरते देख सकेंगे.
राजगीर के पहाड़ी और जंगली इलाके में जहां इस ज़ू सफारी का निर्माण कराया गया है, उसे स्वर्णगिरी पर्वत और वैभवगिरी पर्वत के बीच की घाटी वाले हिस्से में विकसित किया गया है. इसमें से पहले से ही लगभग 72 हेक्टेयर में मृग विहार भी शामिल है. पटना के चिड़ियाघर से पैंतीस जानवर राजगीर ज़ू सफारी में भेजे गये हैं, जिनमें पश्चिम बंगाल के चिड़ियाघर और गुजरात के चिड़ियाघर से बाघ और बब्बर शेर लाकर छोड़े गये हैं.
राजगीर जू सफ़ारी में मौजूद कई और आकर्षण भी पर्यटकों को आकर्षित करेंगे. जू सफ़ारी में पांच जोन बनाए गए हैं जिसमें शेर, बाघ, तेंदुआ, भालू, हिरण, चीता व सांभर के साथ-साथ पक्षियों के लिए एक एवियरी तथा तितलियों का एक पार्क भी शामिल है. हर जोन को 30 फीट ऊंचे ग्रिल से घेरा गया है. प्रत्येक जोन में डबल इंट्री गेट के साथ ही पांच रिटायरिंग रूम भी हैं जो पर्यटकों के लिए बनाये गये हैं. इसके अलावा भी पर्यटकों के लिए यहां कई सुविधाएं उपलब्ध कराई गयी हैं.
जानवरों को विचरण करते हुए दिखाने के लिए वैभवगिरी पर्वत पर माइक्रो टेलीस्कोप लगाने की तैयारी है. ज़ू सफारी में आने वाले पर्यटकों को जानवर आसानी से दिख सकें इसके लिए कई और विशेष उपाय किए गए हैं. जैसे ही आप ज़ू सफारी में आएंगे प्रवेश द्वार पर ही टिकट काउंटर मिलेगा जहां से आप टिकट से ले सकेंगे. वहीं, ओरिएंटेशन सेंटर, इंटरप्रेशन सेंटर, ऑडिटोरियम और एम्फीथियेटर भी बनाए गए हैं. साथ ही पर्यटकों के लिए प्रतीक्षालय और चाय-नाश्ते के लिए रेस्टोरेंट की सुविधा भी उपलब्ध है.