बिहार ग्लोबल इन्वेस्टर समिट : 259 निवेशकों के साथ 32 हजार करोड़ से अधिक के होंगे एमओयू
समिट में 32 हजार करोड़ से अधिक राशि के निवेश संभावित हैं. इसके लिए 259 निवेशकों के साथ एमओयू किये जायेंगे. इनमें सर्वाधिक राशि 18 हजार करोड़ से अधिक के 89 निवेश प्रस्ताव पर एमओयू होंगे. यह सभी निवेश प्रस्ताव मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर से संबंधित होंगे.
पटना. 13-14 दिसंबर को पटना स्थित ज्ञान भवन में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023) आयोजित की जा रही है. समिट में 32 हजार करोड़ से अधिक राशि के निवेश संभावित हैं. इसके लिए 259 निवेशकों के साथ एमओयू किये जायेंगे. इनमें सर्वाधिक राशि 18 हजार करोड़ से अधिक के 89 निवेश प्रस्ताव पर एमओयू होंगे. यह सभी निवेश प्रस्ताव मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर से संबंधित होंगे. हालांकि संख्या के आधार पर सर्वाधिक 118 एमओयू फूड प्रोसेसिंग सेक्टर होंगे. यह जानकारी उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंड्रिक ने मुख्य सचिवालय स्थित सभाकक्ष में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान सोमवार को साझा की.
मुख्यमंत्री के सामने होंगे समझौते पर हस्ताक्षर
पौंड्रिक की तरफ से साझा जानकारी के मुताबिक इन्वेस्टर समिट के दूसरे दिन 14 दिसंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में 500 करोड़ से अधिक के 11 निवेश प्रस्तावों पर निवेशकों और बिहार सरकार की एजेंसियों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किये जायेंगे. इनमें कुल संभावित निवेश प्रस्ताव 23750 करोड़ के हैं. 100 करोड़ -500 करोड़ तक 19 निवेश प्रस्तावों में कुल 4715.24 करोड़, 50-100 करोड़ के बीच के 15 एमओयू में कुल 1111.14 करोड़, 10 से 50 करोड़ के बीच के 99 एमओयू में 2155.42 करोड़ औॅर एक-10 करोड़ तक के 119 एमओयू में 518.08 करोड़ के निवेश प्रस्तावित होंगे. अगर यह निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतरते हैं तो कुल 32250.18 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है.
छह देशों के आर्थिक विशेषज्ञ होंगे शामिल
अभी तक जितने भी एमओयू होने पर प्रारंभिक सहमति बनी है, वह सभी निवेशक देश और बिहार के निवेशको के हैं. इसमें दूसरे देशों के साथ निवेश प्रस्तावों शामिल नहीं हैं. हालांकि विभागीय अपर मुख्य सचिव पौंड्रिक ने बताया कि फॉक्सकॉन जैसी विश्वस्तरीय कंपनी बिहार में निवेश की संभावना तलाश रही है. इसके अलावा उन्होंने कुछ अन्य कंपनियों का जिक्र किया. पौंड्रिक के मुताबिक छह देशों यूएसए, ताइवान, जापान, वियतनाम, मॉरीशस मेडागास्कर आदि देशों के एंबेसी से जुड़े आर्थिक विशेषज्ञ शामिल होंगे. बताया कि 16 देशों मसलन यूएसए, जर्मनी, हंगरी, जापान, यूएइ, हांगकॉंग,बांग्लादेश, उजबेकिस्तान, सउदी अरबिया और थाई लैंड आदि के 76 प्रतिनिधि बिहार बिजनेस कनेक्ट में हिस्सेदारी करेंगे. पौंड्रिक ने बताया कि बिहार के निवेशकों को 35 से 40 हजार करोड़ का बाजार मिलेगा. निवेश के लिए उपयुक्त परिस्थितियां मौजूद हैं.
एमओयू के सेक्टर वाइज एमओयू
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सेक्टर- निवेशकों की संख्या- प्रस्तावित निवेश (करोड़ में )
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जनरल मैन्यूृफैक्चरिंग -89-18772.35
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फूड प्रोसेसिंग -118-11629.36
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सर्विसेज – 29 – 833.12
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टैक्सटाइल एंड लैदर- 17 – 672.81
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आइटी- 06- 342.55
बिहार में निवेश का शानदार माहौल है: आमिर सुबहानी
बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के संदर्भ में बताया कि निवेश का बेहतर माहौल है. राज्य सरकार ने इस समिट की तैयारी के लिए पिछले दो सालों में कई देशों में इन्वेस्टर समिट आयोजित की थी. यह हमारी ग्लोबल समिट होगी. प्लग एंड प्ले जैसे आधुनिकतम औद्योगिक इन्फ्रास्ट्रक्चर भी हमने विकसित किये हैं. सुबहानी के मुताबिक राज्य सरकार ने बिहार के औद्योगिक ढांचे को मजबूत करने काफी प्रयास किये हैं. निवेश को आकर्षित करने के लिए हमने औद्योगिक पॉलिसियां भी बनायी हैं. यह निवेशको को आकर्षित करेंगी. हमें उम्मीद है कि यह ग्लोबल समिट हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप सफल होगी.
मुजफ्फरपुर में टेक्सटाइल में निवेश के अवसरों को जानेंगे 13 देशों के उद्यमी
टेक्सटाइल के क्षेत्र में निवेश के लिये मुजफ्फरपुर में बहुत ही बेहतर अवसर है. इसके लिये देश से लेकर विदेश की बड़-बड़ी ब्रांडेड कंपनियों को आकर्षित किया जायेगा. बिहार बिजनेस कनेक्ट -2023 के तहत 13 व 14 दिसंबर को पटना में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में उद्योग विभाग की ओर से कपड़ा के क्षेत्र में निवेश के लिये मुजफ्फरपुर व भागलपुर शहर को प्रमोट किया जा रहा है. बताया गया है कि मुजफ्फरपुर में टेक्सटाइल का उद्योग तेजी से डेवलप हो रहा है. यहां काफी संभावनाएं है. उत्तर बिहार में पहले से भी कपड़ा के व्यवसाय को लेकर मुजफ्फरपुर की अलग पहचान है. मुजफ्फरपुर में टेक्सटाइल यूनिट की संभावनाओं को लेकर एक वीडियो क्लिप भी जारी किया गया है. जिसमें उद्योग विभाग की ओर से उद्योग लगाने के लिये दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी बताया गया है.
बेला में टेक्सटाइल कलस्टर की रफ्तार हुई तेज
इसी वर्ष मई माह में बियाडा औद्योगिक क्षेत्र में पहले टेक्सटाइल कलस्टर की शुरूआत हुई थी. 150 मशीनों से शुरू होने के बाद वर्तमान में 500 से अधिक मशीनों से रोज कपड़े का उत्पादन हो रहा है. कंपनी महिला परिधान से जुड़े कपड़ों को तैयार करती है. इसके बाद जून महीनें में बेहतर सुविधा और व्यवस्था की जानकारी होने पर अलग-अलग महानगरों से टेक्सटाइल से जुड़े 21 कंपनियों के प्रतिनिधियों ने बेला का निरीक्षण किया था. उसके बाद सितंबर माह में प्लग एंड प्ले योजना के तहत एक गारमेंट कंपनी को 44 हजार वर्ग फुट जगह आवंटित की गयी है. जहां उत्पादन शुरू हो चुका है. गारमेंट यूनिट खुलने से रोजगार के अवसर भी बढ़े है. ग्लोबल मीट के बाद बेला में और गारमेंट यूनिट के बढ़ने की संभावना है.