पटना में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का हुआ शुभारंभ, बिहार में निवेश के लिए 600 से अधिक कंपनियां कर रहीं मंथन
पटना में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2023 का शुभारंभ बुधवार को हुआ. सूबे के उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023 का उद्घाटन किया. अगले दो दिनों तक बिहार में उद्योग जगत की बड़ी-बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.
Bihar business connect 2023: बिहार की राजधानी पटना में बुधवार को बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023 (ग्लोबल इन्वेस्टर समिट ) का शुभारंभ हुआ. बिहार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने इसका उद्धाटन किया. पटना में अगले दो दिनों तक देश-विदेश के नामचीन उद्योगपती मौजूद रहेंगे. इस समिट में नामी-गिरामी 600 कंपनियों के सीनियर प्रतिनिधि शामिल हुए हैं. बिहार में निवेश की संभावनाओं को तलाशने का प्रयास वो कर रहे हैं. बिहार सरकार के मंत्री व अधिकारियों के साथ इसे लेकर मंथन किया जा रहा है. इस समिट में 16 देशों के दूतावास के प्रतिनिधि भी शामिल हुए हैं. समिट के चौथे सत्र में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तो दूसरे दिन प्लीनरी सेशन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौजूद रहेंगे.
600 से अधिक निवेशकों का बिहार में ‘रेड कारपेट वेलकम’
औद्योगिक विकास की चाह में बिहार ने बुधवार को 600 से अधिक निवेशकों का ‘रेड कारपेट वेलकम’ किया. ज्ञान भवन में बुधवार से बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023 (ग्लोबल इन्वेस्टर समिट ) शुरु हुआ. जिसमें करीब 16 देशों के निवेशक और वाणिज्य दूतावासों के प्रतिनिधि आए. बिहार इस समिट में अपनी औद्योगिक प्रगति को बूस्टर डोज देने विदेशी पूंजी को आकर्षित करने का हर संभव प्रयास करेगा. यही वजह है कि ग्लोबल समिट में मुख्यमंत्री समेत राज्य के सभी मंत्री मौजूद रहेंगे.
बिहार को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के आयोजन से क्या है फायदा?
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के आयोजन से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि बिहार विदेशी पूंजी निवेश को आकर्षित करने के विशेष जुगत में है. बिहार आइटी क्षेत्र में संयुक्त राज्य अमेरिका से, जापान से इलेक्ट्रोनिक्स में , बांग्लादेश से टेक्सटाइल , ताइवान से चिप , और जर्मनी से खाद्य संस्करण आदि क्षेत्रों में निवेश की उम्मीद रखे हुए है. इसी तरह अन्य देशों से निवेश आकर्षित करने की रणनीति बनायी गयी है. बिहार की रणनीति के संदर्भ में उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंड्रिक ने बीते रोज संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि कई विदेशी कंपनियां चाइना से निकल रही हैं. यह परिस्थितियां हमारे लिए उम्मीदें हैं. ताइवान की चिप इंडस्ट्रीज से बड़ी उम्मीदें हैं.
निवेशकों को क्यों आकर्षित करेगा बिहार?
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक विदेशी निवेशकों के सामने बिहार यह बतायेगा कि यहां निवेश किस तरह फायदे का सौदा होगा. दरअसल विदेशी निवेशकों के सामने बिहार स्वयं अपना बाजार, पड़ोसी राज्यों / देशों के 30 करोड़ उपभोक्ताओं के बाजार की ताकत बतायेगा. बिहार के पास कुशल श्रमिकों और पेशेवर्स की लंबी श्रंखला है. इस संदर्भ में यह बात निवेशकों से छिपी नहीं रहेगी कि बिहार में 53 फीसदी आबादी की उम्र 35 वर्ष से कम है. निवेश विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि ऐसे दौर में जब दुनिया सूखे की विभीषिका से जूझ रहा है, उस दौर में बिहार भरपूर पानी वाला राज्य है. 3000 एकड़ का लैंड बैंक और 24 लाख वर्ग फीट एरिया का प्लग एंड प्ले इंडस्ट्रियल शेड निवेशकों को आकर्षित करने वाला इन्फ्रास्ट्रक्चर है.
जानिए किस सेशन में किन मुद्दों पर है होनी है चर्चा..
बता दें कि बुधवार को पहले सत्र में टेक्सटाइल एवं लेदर विषय पर चर्चा शुरू की गयी. जिसमें सरकार की ओर से उद्योग मंत्री समीर महासेठ, विज्ञान एवं प्रावैद्यिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह शामिल हुए. जबकि औद्योगिक घराने के कई नामचीन चेहरे इस सेशन में शामिल हुए. उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने बिहार से बाहर रहने वाले प्रवासियों को बिहार आकर निवेश करने की अपील की और उन्हें पूरी सुविधा मुहैया कराने का भरोसा दिया. वहीं दूसरे सेशन में फूड प्रोसेसिंग पर चर्चा तो तीसरे सेशन में जनरल मैन्यूफैक्चरिंग पर चर्चा होनी है. चौथे और अंतिम सेशन में सूचना और प्रौद्योगिकी को रखा गया है. जिसमें खुद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मंत्री के साथ शामिल होंगे.
गुरुवार को सीएम नीतीश के सामने होगा बड़ा करार
बता दें कि समिट के दूसरे दिन प्लीनरी सेशन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिरकत करेंगे. उनकी मौजूदगी में देश-विदेश की कंपनियों के द्वारा बिहार में बड़ा निवेश करने को लेकर करार होगा. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, वित्त मंत्री विजय चौधरी, उद्योग मंत्री समीर महासेठ और गोदरेज व अडानी ग्रुप समेत अन्य कई बड़ी कंपनियों के उद्यमी इस दौरान उपस्थित रहेंगे.