बिहार के बांका जिले के कटोरिया प्रखंड के अलग-अलग गांवों में जमीन के अंदर सैकड़ों टन सोना सहित कीमती खनिज के दबे होने का पता चला है. इसको लेकर भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) की टीम ने इस क्षेत्र में काम करना भी शुरू कर दिया है. हालांकि जमीन के अंदर सोने के खजाने की पुष्टि अभी अधिकारिक तौर पर नहीं की गयी है. लेकिन चिह्नित जगहों पर सोने की खुदाई की मकसद से आगे की प्रक्रिया जरूर शुरू हो चुकी है, जो इस इलाके के लिए बड़ी खुशखबरी की बात है. जयपुर थाना क्षेत्र के लकरामा पंचायत अंतर्गत चंदेपट्टी गांव में सोना मिलने की उम्मीद जतायी गयी है. जबकि कटोरिया थाना क्षेत्र के बड़वासिनी पंचायत के बाघमारी गांव में भी अभ्रक सहित कीमती खनिज पदार्थ मिलने की संभावना को लेकर चार जगहों को चिह्नित करके जीएसआइ की टीम जांच कर रही है.
इलाके के बुजुर्गों का दावा है कि जयपुर थाना के चंदेपट्टी गांव में जिस जगह पर मशीन लगाया गया है, उससे लगभग डेढ़ सौ मीटर दूरी पर अंग्रेज जमाने में ही जमीन की खोदाई की गयी थी. ग्रामीणों की माने तो अंग्रेज जमाने में ही अंग्रेजों द्वारा पत्थर एवं मिट्टी को काट कर बड़ा गड्ढा यहां पर किया गया था. खनन किये गये गड्ढे का अवशेष अब भी यहां पर मौजूद है. जानकारी के अनुसार, कटोरिया क्षेत्र के बाघमारी में कुल चार पॉइंट चिह्नित कर मशीन से ड्रिल कर नमूना संग्रह किया गया है. जयपुर क्षेत्र में भी कई जगहों पर अन्वेषण कार्य होने की उम्मीद है. यहां पर सोना हीरा व कोयला होने की संभावना जतायी जा रही है.
जयपुर थाना क्षेत्र के चंदेपट्टी गांव निवासी मेघलाल यादव की खतियानी जमीन पर फिलहाल अन्वेषण कार्य शुरू है. इस कार्य में कई बड़ी-बड़ी आधुनिक मशीनों व विशेषज्ञों की टीम को लगाया गया है. इधर जिला खनन पदाधिकारी कुमार रंजन ने बताया कि दिल्ली से पहुंची जीएसआइ की टीम जमीन के अंदर मशीन से खुदाई करेगी. संग्रहित नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा जायेगा. यहां कीमती खनिज पदार्थ मिलने की संभावना के लेकर ही सर्वे कार्य शुरू किया गया है. खुदाई स्थल पर आमजनों के आवामगन पर प्रतिबंध लगाया गया है.