बिहार: जवानी में मारी थी गोली, 28 साल बाद जागी पुलिस तो उम्र के अंतिम पड़ाव पर किया गिरफ्तार
बिहार के गोपालगंज में पुलिस की संजीदगी का यह जीता-जागता नमूना है. वारदात के 28 साल के बाद पुलिस नींद से जगी, तो ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए फरार चल रहे आरोपित को गिरफ्तार कर लिया. जवानी में अपराध करने वाले अभियुक्त को जीवन के अंतिम पड़ाव में अब सजा काटने का समय आ गया.
बिहार के गोपालगंज में पुलिस की संजीदगी का यह जीता-जागता नमूना है. वारदात के 28 साल के बाद पुलिस नींद से जगी, तो ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए फरार चल रहे आरोपित को गिरफ्तार कर लिया. जवानी में अपराध करने वाले अभियुक्त को जीवन के अंतिम पड़ाव में अब सजा काटने का समय आ गया. उधर, पीड़ितों को इस 28 वर्षों में पुलिस इंसाफ नहीं दिला सकी. पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात के एक्शन में आने के बाद बरौली पुलिस की नींद टूटी. अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश 11 के कोर्ट से पुलिस ने 23 जनवरी को गिरफ्तारी के लिए वारंट इश्तेहार और कुर्की जब्ती का वारंट लिया. इश्तेहार चिपकाये जाने के बाद से ही पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी. गिरफ्तार अभियुक्त से पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है.
यह है पूरा मामला
बरौली थाना क्षेत्र के मोहद्दीपुर पकड़िया में हरवे हथियार से लैस होकर रामायण साहनी के पुत्र रामसेवक साहनी ने अपने पड़ोसियों पर जानलेवा हमला किया था. फायरिंग कर गोली मारने की घटना में बरौली थाना में कांड संख्या 248/94 दर्ज किया था. पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी थी. रामसेवक सहनी वर्षों पूर्व दियारा क्षेत्र में कई जंगल पार्टी गिरोहों का सक्रिय सदस्य था. दियारे में साल दर साल आने वाली बाढ़ और कटाव के कारण बीते कुछ वर्ष पहले अपना आशियाना बदल कर बैकुंठपुर के टेगराही गांव में रह बना रखा था. हालांकि कोर्ट से कई दफा वारंट जारी होने के बाद भी न तो उसने सरेंडर किया, न ही पुलिस इसे गिरफ्तार कर सकी.
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टेंगराही से पुलिस ने किया गिरफ्तार
वहीं बीते दिनों इसके घर पुलिस के द्वारा इश्तेहार चिपकाया गया था. कुर्की के आदेश के बाद भी यह फरार चल रहा था. वहीं गुप्त सूचना के आधार पर बरौली थाने के दारोगा संग्राम सिंह व जयहिंद यादव के द्वारा उसे उसके घर टेगराही से गिरफ्तार कर पूछताछ करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वहीं 28 साल बाद गिरफ्तारी होने के बाद लोगों में कई तरह की चर्चा हो रही है. थानाध्यक्ष अश्विनी तिवारी ने बताया कि जब पुलिस के सामने मामला आया, तो इसमें त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया गया है. पुलिस इस केस में स्पीडी ट्रायल चलायेगी और सजा दिलाने का काम करेगी.