किसानों का आलू खरीदेगी बिहार सरकार, बाजार से दो रुपये अधिक का मिलेगा भाव

बाजार में किसानों को आलू का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है. सरकार ने इस मामले में गंभीर रुख अपनाया है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 27, 2021 9:22 AM

पटना. बाजार में किसानों को आलू का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है. सरकार ने इस मामले में गंभीर रुख अपनाया है. किसानों को आलू का सही रेट दिलाने के लिए धान के तर्ज पर आलू की खरीद करेगी. बाजार से दो रुपये अधिक भाव देगी.

लाल आलू 950 और सफेद आलू 800 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदा जायेगा. खरीद की जिम्मेदारी प्रखंड स्तर पर प्राइमरी समितियों को दी गयी है. सरकार के इस निर्णय से पांच जिलों के हजारों आलू किसान लाभान्वित होंगे.

हरित सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन सहकारी संघ बेजकोमान ने प्याज के बढ़ते मूल्य को नियंत्रित करने के लिए नासिक और बेंगलुरु से प्याज मंगाने का निर्णय लिया है. वहां से प्याज मंगाकर बाजार से उपलब्ध कराया जायेगा.

किसानों का समूह बनाकर सब्जी का उत्पादन कराने और उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए गठित हरित सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन सहकारी संघ (बेजकोमान) पटना ने एक सर्वे कराया था. इसमें पाया कि व्यापारी किसानों से छह रुपये किलो के भाव से आलू खरीद रहे हैं. सहकारिता विभाग ने इस भाव को उचित मूल्य से कम आंका और सरकार को इसकी रिपोर्ट भेज दी.

सहकारिता विभाग और बेजकोमान के अधिकारियों ने विचार- विमर्श के बाद धान के तर्ज पर खरीदारी का निर्णय लिया. बेजकोमान पटना द्वारा अपने कार्यक्षेत्र वाले जिला नालंदा, वैशाली, समस्तीपुर एवं बेगूसराय में प्रखंड प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समितियों के माध्यम से आलू का क्रय किया जायेगा. यह समितियां अपने सदस्यों (सब्जी उत्पादक किसान ) से आलू की खरीद करेगी.

लाल आलू का भाव 950 रुपये और सफेद आलू 800 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जायेगा. भुगतान आनलाइन होगा. पैसा सदस्य किसानों के बैंक खाते में रसीद मिलने के 48 घंटे के अंदर किया जायेगा. हरित सब्जी विपणन एवं सहकारी संघ लि. पटना के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सुभाष कुमार ने बताया कि अभी पांच हजार एमटी की क्षमता का गोदाम है.

पहले चरण में पांच हजार एमटी आलू खरीदा जायेगा. गोदाम की क्षमता बढ़ने पर लक्ष्य भी बढ़ा दिया जायेगा. समितियां अपने सदस्यों का ही आलू खरीदेंगी. यदि कोई किसान प्रखंड प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समिति का सदस्य नहीं है तो वह अध्यक्ष के पास जाकर सदस्य बन सकता है. उसे आधार कार्ड ले जाना होगा. 100 रुपये का सदस्यता शुल्क देना होगा. इसके अलावा 100 रुपये शेयर के रूप में देने होंगे. इस प्रकार वह 200 रुपये और एक घंटे के समय में सदस्य बन जायेगा.

Posted by Ashish Jha

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