एम्बुलेंस कंट्रोवर्सी में बुरे फंसे पप्पू यादव? अब बिहार सरकार के सीओ ने दर्ज कराई FIR, ये है आरोप
Bihar News in hindi : अमनौर स्थित विश्वप्रभा सामुदायिक केंद्र परिसर में रखे गये पंचायत एंबुलेंस को अपने लाव लश्कर के साथ देखने आये पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पर लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर स्थानीय सीओ ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. सीओ सुशील कुमार की ओर दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में बताया गया है कि पांच मई से बिहार में संपूर्ण लॉकडाउन है.
अमनौर स्थित विश्वप्रभा सामुदायिक केंद्र परिसर में रखे गये पंचायत एंबुलेंस को अपने लाव लश्कर के साथ देखने आये पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पर लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर स्थानीय सीओ ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. सीओ सुशील कुमार की ओर दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में बताया गया है कि पांच मई से बिहार में संपूर्ण लॉकडाउन है.
इसके बावजूद पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव सात मई को बिना किसी सूचना और अनुमति के 25-30 लोगों के साथ अमनौर परिक्षेत्र में आये. उन्होंने वाहनों के लिए भी किसी सक्षम पदाधिकारी से अनुमति नहीं ली थी. उन्होंने सरकारी सामुदायिक भवन परिसर में प्रवेश कर राजनीतिक क्रिया-कलाप कर निषेधाज्ञा व बिहार सरकार की ओर से कोविड-19 के घोषित नियमों का उल्लंघन किया तथा शांति भंग किया.
इससे पहले शनिवार को पूर्व सांसद पप्पू यादव पर एंबुलेंस को क्षतिग्रस्त करने को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. वहीं, दूसरी ओर जाप के स्थानीय नेता मनीष सिंह विशाल को फोन कर धमकी देने का ऑडियो वायरल हो रहा है. इस मामले को पूर्व सांसद पप्पू यादव ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उठाया है. आरोप है कि फोन कर धमकी देनेवाला सांसद का करीबी है
क्या है मामला– बता दें कि बीते दिनों पप्पू यादव ने सारण के एक जगह पर छापेमारी कर 20 से अधिक एम्बुलेंंस का खुलासा किया था. पप्पू यादव का आरोप है कि ये सभी एम्बुलेंस बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रुडी द्वारा छुपाया गया था. वहीं रुडी ने इस मामले में पप्पू यादव पर राजनीतिक करने का आरोप लगाया.
Posted By : Avinish kumar mishra