बिहार में अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का लाभ लेने में पटना, पश्चिम चंपारण व भागलपुर के दंपती सबसे आगे हैं. पटना में 467 , पश्चिम चंपारण 187,भागलपुर 180, दरभंगा 128, खगड़िया 123, मुंगेर 125 व सीतामढ़ी में 126 ने योजना लाभ लेने के लिए आवेदन किया है. इसकी शुरुआत 2019 में बिहार सरकार ने की है. विभाग के मुताबिक 2022-23 में 625 आवेदन आये थे, जिनमें 502 को लाभ मिला है.वहीं, 123 आवेदन लंबित हैं, जिसको लेकर विभागीय स्तर पर समीक्षा करके 15 दिनों के भीतर सभी लंबित आवेदनों का निबटारा करने का निर्देश दिया गया है.
दंपती का आधार कार्ड, वोटर आइडी, राशन कार्ड की कॉपी, पासपोर्ट साइज फोटो, पंचायत में निबंधन की कॉपी व दंपती का ज्वाइंट एकाउंट होना चाहिए.
अंतरजातीय विवाह करने वालों को सरकार की ओर से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि लेने में अब भी दंपती खुल कर आवेदन नहीं कर रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है परिवार का डर. समाज कल्याण विभाग की ओर से योजना का लाभ ऐसे दंपतियों को देने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि सभी दंपती योजना का लाभ लेने के लिए आगे आयें. पटना योजना लाभ लेने में सबसे आगे है.
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सामान्य व्यक्ति को एक लाख.
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अगर एक दिव्यांग हो, तो एक लाख.
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अगर दोनों दिव्यांग हो, तो तीन लाख.
अररिया 71, अरवल 16, औरंगाबाद 20, बांका 43, बेगूसराय 77, भोजपुर 45, बक्सर 44, पूर्वी चंपारण 76, गया 57, जमुई 31, जहानाबाद 26, कैमूर 13, कटिहार 80, किशनगंज 34, लखीसराय 20, मधेपुरा 33, मधुबनी 44, मुजफ्फरपुर 82, नालंदा 87, नवादा 14, पूर्णिया 62, रोहतास 56, सहरसा 49, समस्तीपुर 75, सारण 44, शेखपुरा 15, शिवहर 18, सीवान 19, सुपौल 65 व वैशाली 57 यानी कुल 2735 दंपती ने आवेदन किया. इनमें से 1291 को लाभ मिल गया है.
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समाज कल्याण विभाग के मंत्री मदन सहनी ने बताया कि अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना का लाभ दंपती को मिले, इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. जिलों में आवेदन के लिए अधिक दंपती सामने आकर योजना का लाभ लें, इसको लेकर विभाग के स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं.