बिहार सरकार की अनोखी पहल, नए साल पर मजदूरों की समस्याओं को सुनने के लिए उनके घर तक जाएंगे मंत्री-अधिकारी
बिहार में मजदूरों की समस्याओं को जानने के लिए सरकार के मंत्री व अधिकारी उनके घर तक जायेंगे. श्रम संसाधन विभाग ने इसके लिए कार्य योजना बनायी है. जनवरी 2023 से इस योजना की शुरुआत होगी.
Patna news: राज्य भर में मजदूरों की समस्याओं को जानने के लिए सरकार के मंत्री व अधिकारी उनके घर तक जायेंगे. श्रम संसाधन विभाग ने इसके लिए कार्य योजना बनायी है और जनवरी से इसकी शुरुआत होगी.
हर जिले में लगाया जाएगा जनता दरबार
विभाग की ओर से जिले के किसी एक पंचायत में जनता दरबार लगाया जायेगा. जिसमें मजदूरों की परेशानियों का निबटारा होगा और उनसे सुझाव लिया जायेगा, ताकि मजदूरों को रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ा जा सकें. साथ ही, दूसरे राज्यों में रोजगार की खोज में जाने वाले को यही रोजगार मिल सकें. विभाग ने तय किया है कि सरकार खुद जाकर मजदूरों की समस्याओं को जाने व समझें.
‘विभाग की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही है. विशेषकर भवन निर्माण से जुड़े 21 लाख से अधिक कामगारों का निबंधन हो चुका है. अब यह जानना जरूरी है कि मजदूरों की वास्तविक समस्याएं क्या है और समस्या की जानकारी के लिए मजदूरों को विभागीय कार्यालय में बुलाना संभव नहीं है. इसलिए हमने तय किया है कि हम खुद मजदूरों के दरवाजे पर जायेंगे’- सुरेंद्र राम , मंत्री, श्रम संसाधन विभाग
अहम बातें-:
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मजदूरों की समस्या जानने को उनके घर पहुंचेगी सरकार
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पंचायतों में लगेगा जनता दरबार, श्रम संसाधन के अधिकारी होंगे शामिल
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मंत्री भी रहेंगे मौजूद, जनवरी से शुरू होगा कार्यक्रम
मंत्री खुद सुनेंगे मजदूरों की समस्या
विभागीय योजना के अनुसार किसी जिले के एक पंचायत में मंत्री आलाधिकारियों के साथ जायेंगे. उस पंचायत के अलावा आसपास के पंचायतों के मजदूरों की समस्याओं को खुद मंत्री सुनेंगे. उन समस्याओं का निराकरण कैसे हो सकता है, इस पर अधिकारियों के साथ विमर्श होगा. अगर किसी समस्या का ऑन द स्पॉट निबटारा हो सकता है तो उसका निबटारा उसी पंचायत में कर दिया जायेगा, जबकि अगर किसी समस्या के समाधान के लिए नीतिगत बदलाव की जरुरत होगी, तो उसके लिए विभागीय आदेश जारी किया जायेगा.