बिहार सरकार तैयार करेगी नयी वस्त्र नीति, शाहनबाज बोले- खादी की बिक्री पर 30 प्रतिशत की मिलेगी छूट

राज्य सरकार खादी को बढ़ावा देने के लिए नयी वस्त्र नीति तैयार करेगी, जिससे न केवल प्रदेश में बल्कि राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी खादी का विकास होगा. राज्य सरकार खादी को लोगों तक पहुंचाने के लिए पटना के अलावा पूर्णियां, मुजफ्फरपुर एवं भागलपुर में खादी मॉल का निर्माण कर रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 2, 2021 7:08 PM
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पटना. राज्य सरकार खादी को बढ़ावा देने के लिए नयी वस्त्र नीति तैयार करेगी, जिससे न केवल प्रदेश में बल्कि राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी खादी का विकास होगा. राज्य सरकार खादी को लोगों तक पहुंचाने के लिए पटना के अलावा पूर्णियां, मुजफ्फरपुर एवं भागलपुर में खादी मॉल का निर्माण कर रही है.

ये बातें गांधी जयंती के अवसर पर बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहीं. मंत्री ने कहा कि आज से खादी मॉल में वस्त्रें की बिक्री पर 30 प्रतिशत की विशेष छूट देने की घोषणा की है. वहीं, मंत्री समेत अतिथियों ने बिहार में खादी नामक पुस्तक का लोकार्पण किया.

यह पुस्तक मुफ्त में राज्य के गणमान्य लोगों वुद्धिजीवियों, लेखक एवं साहित्यकारों तथा खादी संस्थाओं को मुहैया कराया जायेगा. मंत्री ने कहा कि वो दिन दूर नहीं जब एक बटन दबाकर राज्य में 29 फैक्ट्रीयों का शिलान्यास किया जायेगा. बिहार विधान परिषद् के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि आज भी दुनिया में तनाव का वातावरण खत्म करने के लिए त्याग और उपवास कारगर उपाय है.

उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि महात्मा गांधी खादी के माध्यम से देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया था.उनकी जन्मभूमि गुजरात भले ही रहा हो, लेकिन वास्तविक कर्मभूमि बिहार ही रहा है. सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि खादी को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने व्यापक कार्य योजना बनायी है.

राज्य के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि खादी बिहार की विकास में काफी सहायक साबित हो सकती है. इसके लिए लोगों में व्यापक प्रचार–प्रसार की जरूरत है. परिवहन मंत्री शीला मंडल ने कहा कि उनका विभाग खादी को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करेगा साथ ही उन्होंने उद्योग मंत्री से आग्रह किया कि मधुबनी के ग्राम उद्योग संस्थान की विकास पर ध्यान दें.

Posted by Ashish Jha

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