बिहार सकार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने बेतुका बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी है. ऐसे में लोगों को जहरीली शराब बेचा जा रहा है.अगर जहरीली शराब से बचना है तो स्ट्रेंथ बढ़ाना होगा. इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़िया करना होगा. गौरतलब है कि मंत्री का ये बयान तब सामने आया है जब छपरा में 39 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गयी है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को समझना होगा कि राज्य में जो भी शराब आ रही है वो जहर है.एक नंबर का दारु नहीं आ रहा है. इसे उनका स्वास्थ्य खराब होगा ही. उन्हें ये बयान हाजीपुर में एक कार्यक्रम में दिया है.
शराब के मामले में बैकफुट पर आयी सरकार
छपरा में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला गुरूवार को भी जारी है. हालांकि मंत्री के बयान से समझा जा रहा है कि बिहार में शराबबंदी के मामले में राज्य सरकार भी बैकफुट पर आ गयी है. सरकार ने ये स्वीकार कर लिया है कि बिहार में शराब आ रही है, लोग उसे पी भी रहे हैं. लेकिन इसमें सरकारी तंत्र के फेल होने से अलग लोगों को इसके इस्तेमाल से बचने के लिए जागरुक करने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि समीर महासेठ हाजीपुर में कुशवाहा आश्रम में राज्यस्तरीय बॉल बैडमिंटन टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह में गए थे.उन्होंने कहा कि ये स्लो प्वाइजन ऑफ द पीपुल है. इसके पीने से हमारी किडनी, ब्रेन डैमेज हो रहा है. बिहार इससे पीछे जा रहा है.
जो शराब पियेगा वो मरेगाः सीएम
सीएम नीतीश कुमार ने गुरूवार को ये साफ कर दिया है कि राज्य में शराबबंदी की सख्ती से लागू होगी. उन्होंने कहा कि कानून बनाया गया लोगों को जागरुक किया गया. इसके बाद भी अगर कोई शराब पियेगा तो मरेगा. विधानसभा में बीजेपी के द्वारा छपरा में जहरीले शराब से मरने वालों के लिए मुआवजे की मांग की जा रही है. मगर नीतीश कुमार ने साफ कहा है कि शराब के कारण मरने वालों को किसी तरह का कोई मुआवजा नहीं दिया जाएगा. उन्होंने लोगों से अपील की है कि लोग जागरुक हो और शराब न पियें.