Bihar के सभी जिलों में यातायात थाना खुलेगा. जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और यहां पर जिन अधिकारी की तैनाती होगी. वह सड़क सुरक्षा के मामले में पूर्ण रूप से ट्रेंड होंगे, ताकि राज्य में बेहतर यातायात व्यवस्था की जा सके. राज्य सरकार के निर्देश पर इस दिशा में काम शुरू किया गया है. अब जिला पदाधिकारी यातायात थाना के लिए जगह चिह्नित करेंगे. इसकी रिपोर्ट गृह विभाग व पुलिस मुख्यालय को भेजेंगे. परिवहन विभाग से यातायात थाना खोलने को लेकर सुझाव मांगा गया है, ताकि वैसे इलाकों में थाना को स्थापित किया जा सके, जहां दुर्घटनाओं की आशंका अधिक रहती है. जनवरी तक जिलों से थाना के लिए जगह चिह्नित करने का दिशा-निर्देश दिया गया है.
यातायात थाना खुलने होगी सहूलियत
राज्य में सड़कों की लंबाई बढ़ने और सड़क बेहतर होने के कारण दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ी है. वहीं, तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने वाले चालकों की संख्या बढ़ी है. ऐसे में यातायात व्यवस्था को सुरक्षित और दुरुस्त करने के लिए जिलों में यातायात थाना खोलने का निर्णय लिया गया है. इसके साथ ही, ट्रैफिक नियमों का पालन न करने वाले कुछ लोगों के कारण दूसरे लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. अब यातायात पुलिस ऐसे लोगों पर अब लगाम कस सकेगी.
अभी यहां इतने हैं थाना
पटना में तीन, गया दो, बिहारशरीफ, आरा, भागलपुर, मुजफफरपुर, दरभंगा, मुंगेर, बेगूसराय, पूर्णिया, कटिहार और छपरा में एक-एक ट्रैफिक थाना हैं. वर्तमान में ट्रैफिक पुलिस बिहार पुलिस के थानों से ही काम चला रही थी. इससे उन्हें तकनीकी परेशानी का भी सामना करना पड़ता था. नये थानों के खुलने से राज्य के अन्य जिलों में भी ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी. शहर में डॉर्क जोन यानि दुर्घटना संभावित स्थानों को चिन्हित करके सड़क हादसों पर भी लगाम लगाने में मदद मिलेगी.