बिहार से हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की रवानगी 21 मई से शुरू हो गयी है. हज यात्रा पर कई प्वाइंट से यात्री जा रहे हैं. कोलकाता से पहला दल रविवार को रवाना हो गया है. जबकि, बिहार के गया से पहला दल 7 जून को रवाना होगा. ऐसे में लोगों के मन में शंका है कि उन्हें हज यात्री को दो हजार के नोट वापसी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ेगा. इससे लेकर बिहार हज भवन के सीईओ राशिद हुसैन ने बताया कि भारत से हज यात्रा पर जाने वाले यात्री एयरपोर्ट या अपने बैंक से भारतीय रुपये के बजाये रियाल साथ लेकर जाते हैं.
हज यात्रा पर गए यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो इसके देखते हुए हर एयरपोर्ट पर मनी एक्सचेंज की सुविधा है. यात्री वहां अपने पैसे एक्सचेंज कर सकते हैं. इसके बाद वापस आने पर रियाल देकर भारतीय रुपये ले सकते हैं. राशिद हुसैन ने बताया कि नोट वापसी का नोटिस यात्रा शुरू होने के पहले ही आ गया था. ऐसे में यात्री खुद भी दो हजार रुपये का नोट लेकर नहीं जा रहे हैं. वैसे भी सरकार के द्वारा नोट वापसी के लिए पर्याप्त समय दिया गया है. यात्रियों को किसी सुरत में परेशानी नहीं होगी.
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राशिद हुसैन बताते हैं कि हज यात्रा आमतौर पर 42 दिनों में खत्म हो जाता है. ऐसे में जो यात्री अपने घर में रखा नोट अभी एक्सचेंज नहीं करा पाये हैं वो वापस आकर करना सकते हैं. उदाहरण के लिए जो यात्री 15 जून जो भारत से रवाना होते हैं और वो अपने घर में रखा नोट जाने से पहले एक्सचेंज नहीं कर पाते हैं. वो हर हाल में 30-31 जुलाई तक वापस आ जाएंगे. ऐसे में उनके पास नोट एक्सचेंज करने के लिए दो महीने का वक्त बचेगा. साथ ही, यात्रा के दौरान परेशानी होने पर एम्बेसी से भी मदद मांगी जा सकती है.