Bihar: हाजीपुर में मजदूरी करने वाले अब फूल की खेती से कमा रहे लाखों, जानें कैसे फैलाया व्यापार
लालगज नगर पर्षद क्षेत्र के प्रेमगंज मुहल्ले के वार्ड नंबर पांच निवासी किसान लोकनाथ गेंदा के फूल की खेती कर आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो रहे हैं. लोकनाथ भगत कभी कोलकाता में गेंदा फूल की खेती करने वाले किसानों के यहां मजदूरी करते थे. वहां से खेती का गुर सीखने के बाद लोकनाथ ने वहां से बीज लाकर खेती शुरू की.
लालगज नगर पर्षद क्षेत्र के प्रेमगंज मुहल्ले के वार्ड नंबर पांच निवासी किसान लोकनाथ गेंदा के फूल की खेती कर आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो रहे हैं. लोकनाथ भगत कभी कोलकाता में गेंदा फूल की खेती करने वाले किसानों के यहां मजदूरी करते थे. वहां से खेती का गुर सीखने के बाद लोकनाथ ने वहां से बीज लाकर खेती शुरू की. वे पिछले करीब तीस वर्षों से यहां गेंदा फूल की खेती कर रहे हैं. उनको देखकर कई दूसरे किसानों ने गेंदा फूल की खेती अपनायी. लोकनाथ भगत बताते है कि गेंदा फूल की खेती कम लागत में ज्यादा मुनाफा देती है. इससे उन्हें अच्छी आय हो जाती है और इसी आमदनी से परिवार भी चल रहा है.
जैविक खाद से तैयार करते हैं खेत
गेंदा फूल की खेती एक नकदी खेती है. इस खेती में खाद की कोई जरूरत नहीं होती है. जैविक खाद के जरिये खेत को तैयार किया जाता है. फिर उसमें गेंदा फूल की खेती किया जाता है. आज लोकनाथ भगत एक एकड़ में गेंदा फूल की खेती कर सलाना लगभग डेढ़ लाख रुपये की आमदनी कर रहे है. उनके पास अपनी जमीन नहीं है, इसलिए वे लीज पर जमीन लेकर गेंदा फूल की खेती कर रहे हैं. उनका कहना है करीब तीस वर्ष पूर्व सबसे पहले वैशाली जिला में गेंदा फूल की खेती इन्होंने ही शुरू की थी. बंगाल से गेंदा फूल का बीज लाया था और अपने गांव मे ही छह कट्ठा जमीन लीज पर लेकर गेंदा फूल की खेती थी. अच्छी आमदनी हुई तो खेती का दायरा बढ़ता गया.
पूरे बिहार में करते हैं सप्लाई
लोकनाथ भगत गेंदा फूल के खेती के अलावा इसके बीज की भी पूरे बिहार में सप्लाई करते हैं. यहां का गेंदा फूल राजधानी पटना के अलावा कई शहर व जिलों में सप्लाइ की जाती है. व्यापारी खुद खेत पर आकर फूल की एडवांस बुकिंग कराते हैं. आज श्री भगत को फूल का इतना ऑर्डर आता है की चार पांच परिवार के लोग इसी में व्यस्त रहते हैं. कृषि के जानकार अभयनाथ सिंह सह ममता किसान क्लब के सचिव ने बताया कि किसानों को अन्य खेती की अपेक्षा फूल की खेती में अच्छी आमदनी है. लोकनाथ वर्षों से खेती करते आ रहे हैं. उन्हें देखकर कई किसान भी गेंदा के फूल की खेती कर रहे हैं.