बिहार में 18 से 44 साल के युवाओं की सबसे अधिक आबादी, पर टीकाकरण की सूची में सबसे नीचे
केंद्र सरकार द्वारा कोरोना टीकाकरण के लिए जारी नयी गाइड लाइन में सर्वाधिक आबादी को प्राथमिकता में सबसे नीचे रखा गया है. इसका असर बिहार के पौने पांच करोड़ टीका प्राप्त करनेवालों पर पड़ेगा.
पटना. केंद्र सरकार द्वारा कोरोना टीकाकरण के लिए जारी नयी गाइड लाइन में सर्वाधिक आबादी को प्राथमिकता में सबसे नीचे रखा गया है. इसका असर बिहार के पौने पांच करोड़ टीका प्राप्त करनेवालों पर पड़ेगा. राज्य में 18-44 आयु वर्ग के पांच करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाना है. इस आयुवर्ग के टीकाकरण की नयी प्राथमिकता में सबसे नीचे रखा गया है.
राज्य में अभी तक इस उम्र के सिर्फ 21 लाख 64 हजार 766 लोगों को पहला डोज दिया गया है. कोरोना टीकाकरण की नयी गाइडलाइन में जो प्राथमिकता निर्धारित की गयी है उसमें पहली प्राथमिकता हेल्थ वर्करों को दी गयी है.
दूसरी प्राथमिकता फ्रंट लाइन वर्करों को, तीसरी प्राथमिकता सूची में 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को, चौथी प्राथमिकता में दूसरा डोज वाले जबकि सबसे अंत में 18-44 वर्ष के लोगों को रखा गया है.
पटना में 27,102 ने लिया कोरोना वैक्सीन का डोज
पटना में कोरोना का वैक्सीनेशन अभियान बढ़ता दिख रहा है. बुधवार को जिले में 27102 लोगों ने वैक्सीन का डोज लिया है. इसमें से 23707 लोगों ने वैक्सीन का पहला डोज लिया है. वहीं, 3395 लोगों ने वैक्सीन का दूसरा डोज लिया है.
वैक्सीन लेने वालों में 18 से 44 आयु वर्ग के लोग सबसे आगे हैं. इस वर्ग के 19865 लोगों ने वैक्सीन का पहला डोज लिया है. 45 से 59 आयु वर्ग में 2716 लोगों ने पहला और 2283 लोगों ने दूसरा डोज लिया है. 60 से अधिक आयु वर्ग में 508 लोगों ने पहला और 609 लोगों ने दूसरा डोज लिया है.
जिले में 24 घंटे चलने वाले सेंटरों पर बुधवार को जमकर वैक्सीनेशन हुआ. रात साढ़े आठ बजे तक पाटलिपुत्र स्पोटस कांप्लेक्स में 865 लोगों ने वैक्सीन ली है, जबकि होटल पाटलिपुत्र अशोक में 637 लोगों ने वैक्सीन ली है.
Posted by Ashish Jha