Bihar News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वीकार किया कि अन्य राज्यों की तरह ही बिहार को भी पिछले कुछ दिनों से बिजली आपूर्ति में समस्या झेलनी पड़ रही है. यहां जितनी बिजली की जरूरत है, उसके हिसाब से आपूर्ति नहीं हो पा रही है. एनटीपीसी या अन्य स्थानों से जितनी आपूर्ति का प्रावधान है या राज्य को बिजली मिलती है, उतनी आपूर्ति नहीं हो पा रही है. इस वजह से राज्य को जहां बिजली उपलब्ध है, वहां से अधिक दाम पर खरीदनी पड़ रही है.
पांच दिनों में 570 लाख यूनिट बिजली की खरीद की गयी, जिस पर 90 करोड़ रुपये खर्च हुए. लोगों की सुविधा के लिए अधिक दर पर बिजली खरीद कर आपूर्ति की जा रही है. रेट बहुत ज्यादा हो गया है. मुख्यमंत्री सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. मुख्यमंत्री सचिवालय में आयोजित इस जनता दरबार में करीब 145 लोगों ने अपनी-अपनी समस्याएं सुनायीं, जिनका तुरंत निष्पादन मुख्यमंत्री ने किया.
बरौनी बिजलीघर की नौवीं इकाई 10 दिनों में होगी चालू
सीएम ने कहा कि कांटी और बरौनी बिजलीघर की समस्या है. इन्हें रिवाइव करके एक्सपेंशन किया जा रहा है. नये बिजली घर भी निर्मित कराने के प्रयास राज्य सरकार ने किये, लेकिन अंत में सभी बिजलीघरों को एनटीपीसी को हैंडओवर कर दिया गया. उन्होंने कहा कि बरौनी ताप बिजलीघर की इकाई संख्या नौ अगले 10 दिनों में चालू हो जायेगी, जबकि इकाई संख्या छह एक महीने में चालू हो जायेगी. एनटीपीसी से बात हो गयी है. कांटी बिजलीघर का भी काम तेजी से चल रहा है.
राज्य में मांग के अनुसार बिजली आपूर्ति बहाल
सीएम ने कहा कि ऊर्जा विभाग स्थिति पर नजर बनाये हुए है. वर्तमान में बिहार में 5500 से 6000 मेगावाट बिजली की जरूरत पड़ती है. यहां मांग के अनुसार बिजली की आपूर्ति कराने में विभाग सफल हो गया है. सप्लाइ की कमी के कारण उत्पन्न समस्या दूर कर ली गयी है.
कोल इंडिया ने बिजलीघरों को बढ़ायी कोयले की आपूर्ति
नयी दिल्ली. बिजली संयंत्रों को कोयले की उपलब्धता को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को ऊर्जा मंत्री आरके सिंह और कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ बैठक की. बैठक में कई राज्यों द्वारा बिजलीघरों को कोयले की आपूर्ति में कमी से संभावित बिजली संकट की चेतावनी पर चर्चा हुई. इधर, कोल इंडिया लिमिटेड ने कहा कि उसने पिछले चार दिनों में देशभर में बिजलीघरों को कोयले की आपूर्ति को बढ़ा कर 15.1 लाख टन प्रतिदिन कर दिया है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha