बिहार में पांच हजार हेल्थ वर्कर को ही नहीं लगा अब तक कोरोना टीका, समीक्षा करने आज आ रही है केंद्रीय टीम
केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार राज्य में 5,29,851 लोग हेल्थ केयर वर्कर के तौर पर रजिस्टर्ड हैं. इनमें से 5,25,363 हेल्थ केयर वर्करों ने पहली खुराक ली है. इनमें से 5,05,215 हेल्थ केयर वर्करों ने दोनों डोज ले ली है.
पटना. बिहार सरकार टीकाकरण को लेकर चाहे जो दावा कर ले, लेकिन सच यही है कि राज्य के करीब पांच हजार हेर्ल्थ वर्कर को ही अब तक कोरोना का टीका नहीं लग पाया है. बिहार के करीब पांच हजार स्वास्थ्यकर्मियों ने अब तक वैक्सीन का एक भी डोज नहीं लिया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार राज्य में 5,29,851 लोग हेल्थ केयर वर्कर के तौर पर रजिस्टर्ड हैं. इनमें से 5,25,363 हेल्थ केयर वर्करों ने पहली खुराक ली है. इनमें से 5,05,215 हेल्थ केयर वर्करों ने दोनों डोज ले ली है.
बिहार में 4488 ऐसे स्वास्थ्यकर्मी हैं जिन्होंने अभी तक एक भी खुराक नहीं ली है. हालांकि टीकाकरण के मामले में देशभर में बिहार का स्थान 10वां है. सरकार के अनुसार देशभर में कुल 1,05,04,137 हेल्थ केयर वर्करों का रजिस्ट्रेशन है जिसमें से 1,03,85,958 हेल्थ केयर वर्करों ने कोरोना टीके की पहली डोज ले ली है. इनमें से 96,29,532 हेल्थ केयर वर्करों ने दोनों डोज ले ली है. हेल्थ केयर वर्करों को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया गया था.
इस बीच, कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रोन की आशंका के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की टीम रविवार को बिहार दौरे पर आ रही है. देश में बढ़ते ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार बिहार के साथ 10 राज्यों में मल्टी डिसिप्लिनरी टीमें भेज रही है. बिहार में टीम सोमवार से अस्पतालों का निरीक्षण करेगी.
प्रत्येक दिन शाम सात बजे तक केंद्र और राज्य सरकार दोनों द्वारा की जा रही सार्वजनिक स्वास्थ्य गतिविधियों पर रिपोर्ट सौंपेंगी. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इसकी पुष्टि की और बताया कि कोरोना के प्रारंभिक समय से केंद्रीय टीम बिहार आती रही है. सोमवार फिर टीम आएगी. केंद्र बिहार को पूरा सहयोग दे रहा है. देश और राज्य कोरोना नियंत्रण को बेहतर समन्वय बना कर काम कर रहे हैं.
टीमें विशेष रूप से कान्टैक्ट ट्रेसिंग को देखेंगी. जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए पर्याप्त सैंपल संग्रह का भी जायजा लेगी. राज्य में कोविड नियमों का अनुपालन, अस्पताल में बेड की उपलब्धता, एंबुलेंस, वेंटिलेटर, मेडिकल आक्सीजन सहित पर्याप्त लाजिस्टिक्स और राज्यों में कोविड-19 टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा भी केंद्रीय टीम करेगी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 10 चिह्नित राज्यों में मल्टी डिसिप्लिनरी सेंट्रल टीम जाएगी. बिहार के अलावा केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मिजोरम, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बंगाल और पंजाब में मल्टी डिसिप्लिनरी सेंट्रल टीम जाएगी. टीम तीन से पांच दिनों तक बिहार में रहेगी और राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेंगी.