बिहार के 30 जिलों में लू की चेतावनी, नक्षत्रों से जानें शनि के वक्री होने से किसान को क्या होगा लाभ?
Bihar Weather Update heat मौसम विभाग के अनुसार 17 जून और रविवार 18 जून को दक्षिण बिहार के अधिकांश जिलों में भीषण गर्मी पड़ेगी. जबकि उत्तर बिहार के कुछ जिले में भीषण गर्मी और उष्ण रहेगा.
Bihar Weather Update heat राज्य के 30 जिलों में भीषण गर्मी और लू की चेतावनी, नक्षत्रों के हिसाब से जानें शनि के वक्री होने से किसान को क्या होगा लाभ बिहार के 30 जिलों में भीषण गर्मी का प्रकोप है. हालांकि 12 जून से दक्षिण पश्चिम-मानसून की शुरुआत होने के कारण उत्तर पूर्व और उत्तर मध्य बिहार के कुछ जिलों में बारिश भी हो रही है. लेकिन शेष सभी जिलों में भीषण गर्मी का प्रकोप है. मौसम विभाग के अनुसार 17 जून और रविवार 18 जून को दक्षिण बिहार के अधिकांश जिलों में भीषण गर्मी पड़ेगी. जबकि उत्तर बिहार के कुछ जिले में भीषण गर्मी और उष्ण रहेगा. इधर, पंडित संजित मिश्रा का दावा है कि 18 जून की रात से बिहार के लोगों को गर्मी से राहत मिलने लगेगा. उनका कहना है कि शनि के वक्री होने से बिहार में मौसम बदलेगा.गर्मी से राहत मिलने के साथ साथ किसानों के चेहरे पर मुस्कान भी आयेगी.
मौसम विभाग ने दी इन जिलों में लू की चेतावनी
मौसम विभाग ने बिहार के दक्षिण- पश्चिम इलाके के अरवल, औरंगाबाद, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, बक्सर, पूर्वी चंपारण, पटना,नालंदा, नवादा, शेखपुरा, बांका, बेगूसराय, लखीसराय, खगड़िया,जमुई, जहानाबाद, गया,पश्चिम चंपारण, गोपालगंज,सीवान, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा,भागलपुर,मुंगेर,पूर्णिया और कटिहार में भीषण गर्मी पड़ेगी. यहां पर लू भी चलने की संभावना है. बिहार के दक्षिण-पश्चिम भाग के सभी जिलों के साथ पटना, गया, नालंदा और शेखपुरा जिले में दिन के साथ-साथ रात्रि में भी उमस गर्मी की चेतावनी दी गई है.
नक्षत्रों से जानिए कब होगी बारिश
पंडित संजित मिश्रा ने दावा किया है कि ज्योतिष में शनि ग्रह का एक महतवपूर्ण स्थान है. शनि के वक्री होने के बाद बिहार में अच्छी बारिश हो सकती है. इससे बिहार के किसानों के चेहरे पर मुस्कान आयेगी. उनका कहना है कि ज्योतिष में शनि ग्रह का एक महतवपूर्ण स्थान है और शनि ग्रह को विशेष दर्जा दिया गया है.शनिदेव को कर्मफल दाता,कलियुग का दंडाधिकारी भी कहा जाता है.नवग्रहों में शनि ग्रह को न्यायाधीश का दर्जा मिला हुआ है. इसके साथ ही वह मकर और कुंभ राशि के स्वामी है.इसके साथ ही शनि को अनुराधा नक्षत्र और उतरा भाद्रपद के स्वामी भी कहा जाता है. ज्योतिष गणना के अनुसार, इस समय शनि कुम्भ राशि में गोचर कर रहे हैं. लेकिन शनि कुम्भ राशि में वक्री हो रहे है. इनके वक्री होने से आम जीवन पर प्रभाव तो पड़ेगा ही इसके साथ ही भारतीय जलवायु पर भी इसका असर देखने को मिलेगा. उम्मीद है कि झमाझम बारिश होगी और इससे किसानों के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिलेगा