बक्सर. बिहार में जहरीली शराब पीने से हुई मौत के मामले में मुआवजे के प्रावधान का कांग्रेस विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने विरोध किया है. मुन्ना तिवारी ने बुधवार को कहा कि वो अब भी मुआवजा देने के खिलाफ हैं. उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार के इस फैसले से कांग्रेस खुश नहीं है. मुन्ना तिवारी ने कहा कि सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ठीक ही कहा था कि जो पियेगा वह मरेगा. किसी को मुआवजा नहीं देना चाहिए था. नीतीश कुमार को मुआवजा देने का फैसला करने से पहले सहयोगी दलों की राय लेनी चाहिए थी.
कांग्रेस विधायक मुन्ना तिवारी ने कहा कि आज भी नीतीश कुमार के जो पिएगा वो मरेगा..वाले बयान के साथ हूं. नीतीश कुमार को को महागठबंधन की बैठक बुलानी चाहिए थी. हम सभी विधायकों की राय लेते. हम पक्ष में थे कि एक रुपया उनको नहीं देना है जिनकी मौत जहरीली शराब से हुई है. लोगों को शराब मिलना कोई सरकार की विफलता नहीं है, यह स्थानीय प्रशासन की विफलता है. नीतीश कुमार तो गांव -गांव में घूमकर पहरा नहीं देंगे. जब बिहार में शराब बैन है, तो क्यों जहरीली शराब पीते हैं. शराब पीकर खुलेआम मौत को दावत दी जाती है. हम आज भी मुआवजा देने के पक्ष में नहीं हैं.
गौरतलब है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बाद भी आये दिन जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है. पूर्वी चंपारण में अब तक जहरीली शराब से मरने वाले लोगों की संख्या 40 के पार पहुंच गई है. जबकि प्रशासनिक अधिकारी 31 लोगों की मौत का पुष्टि कर रहे हैं. भाजपा समेत कई दल मरनेवाले शराबियों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग करते रहे हैं. पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने घोषणा कर दी कि 2016 के बाद शराब पीने से हुई मौत पर सरकार मुआवजा देगी.