इंटर पास युवक डॉक्टर बन चलाता था बिना लाइसेंस का नर्सिंग होम, बिना किसी अनुज्ञाप‍त्र के हो रहा था अल्ट्रासाउंड

नवगछिया में इंटर पास संजीव डॉक्टर बन बैठा है और बीना लाइसेंस के नर्सिंग होम चलाकर नवजात शिशु के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है. यह बात प्रशासनिक पदाधिकारी व चिकित्सकों की टीम के छापेमारी में उजागर हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | June 8, 2023 2:56 AM

भागलपुर: फर्जी डॉक्टर बन नर्सिंग होम चलाने का एक बहुत ही चौकाने वाला मामला सामने आ रहा है. बताया जा रहा है कि नवगछिया में इंटर पास संजीव डॉक्टर बन बैठा है और बीना लाइसेंस के नर्सिंग होम चलाकर नवजात शिशु के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है. यह बात प्रशासनिक पदाधिकारी व चिकित्सकों की टीम के छापेमारी में उजागर हुई. टीम में, नवगछिया के डीसीएलआर महेश्वर प्रसाद सिंह,अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक अरुण कुमार सिन्हा, डीएसपी मुख्यालय सुनील पांडे, अनुमंडल अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक रमण कुमार थे. नवगछिया के लाल बिहारी कॉलोनी में संजीवनी नर्सिंग होम में छापेमारी की गयी. नर्सिंग होम का लाइसेंस नहीं है. एक भी चिकित्सक मौके पर मौजूद नहीं थे.

कभी कंपाउंडर के रूप में करता था काम

नर्सिंग होम के संचालक डॉ. संजीव कुमार दास थे. वे मात्र इंटर की पढ़ाई किए हुए है. डॉ. संजीव कुमार रोगी भी देखते हैं. प्रसव पीड़ित महिला का ऑपरेशन भी किया जाता है. बताया गया कि मायागंज अस्पताल के चिकित्सक प्रवीण कुमार सर्जन हैं महिला का ऑपरेशन करने के लिए आते हैं. वे शिशुरोग विशेषज्ञ नहीं है. पूछने पर डॉ. संजीव कुमार दास ने बताया कि दरभंगा के डीएमसीएच के चिकित्सक शिशु रोग विशेषज्ञ देवेंद्र कुमार सिंह के यहां कंपाउंडर के रूप में कार्य करते थे.

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लाइसेंस बिना ही नर्सिंग होम में अल्ट्रासाउंड भी किया जा रहा

अल्ट्रासाउंड भी नर्सिंग होम में किया जाता है. किंतु अल्ट्रासाउंड के लिए लाइसेंस नहीं था. बताया गया कि डॉ राजू कुमार लाइसेंस के लिए अप्लाई किये हैं. बिना प्रशिक्षण प्राप्त किये तकनीशियन अल्ट्रासाउंड किया करते हैं. जांच दल पहुंचे तो नर्सिंग होम से अल्ट्रासाउंड मशीन ही गायब कर दिया. काफी समझाने पर अल्ट्रासाउंड मशीन को शिफ्ट किया गया. नर्सिंग होम के अल्ट्रासाउंड कक्ष को शील किया गया. टीम ने स्पष्ट रूप से कहा कि सीएस के निर्देश के पश्चात ही सील हटाया जायेगा. टीम ने नवजात शिशु को शाम तक हटाने का निर्देश दिया. नर्सिंग होम में ओपीडी बंद करने का निर्देश दिया. टीम ने स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक सीएस का आदेश नहीं मिल जाता हैं नर्सिंग होम बंद रखना है.

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