बिहार का इंटरनेशनल किडनैपर, फिरौती के लिए कारोबारियों का अपहरण कर ले जाता था नेपाल, ऐसे हुआ गिरफ्तार

बिहार का कुख्यात अपराधी राजन मांझी भारतीय व्यापारियों का अपहरण कर उन्हें नेपाल ले जाता था और फिरौती मांगता था. फिरौती मिलने के बाद ही वह व्यापारियों को छोड़ता था. अब इस गैंग का पर्दाफाश हो गया है.

By Anand Shekhar | March 11, 2024 5:43 PM

भारतीय व्यवसायियों का अपहरण कर नेपाल ले जाने और नेपाली जमीन से फिरौती वसूलने वाले गिरोह के मुख्य सरगना राजन मांझी को विराटनगर के कंचनबाड़ी से गिरफ्तार कर लिया गया है. यह गिरफ्तारी नेपाल की मोरांग पुलिस और महोत्तरी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में की गयी है. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार राजन मांझी भारतीय व्यवसायियों का अपहरण कर उन्हें नेपाल ले जाने और फिरौती मांगने समेत अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल है.

राजन मांझी सीतामढ़ी व सोनवर्षा से कर चुका है दर्जनों अपहरण

जिला पुलिस कार्यालय महोत्तरी में दर्ज आपराधिक रिकार्ड के अनुसार दिसंबर माह में राजन ने सीतामढी जिले के सोनवर्षा बाजार के दो व्यवसायियों का अपहरण किया और फिर उन्हें नेपाल ले कर गया था. जहां से फोन पर फिरौती की डिमांड की गई थी. जिस मोबाइल से फिरौती मांगी गई थी, उसमें राजन की आवाज मिली थी.

जिला पुलिस कार्यालय महोत्तरी के पुलिस प्रवक्ता डीएसपी दिलीप कुमार गिरि के अनुसार, राजन ने 30 दिसंबर को फिर से सोनवर्षा बाजार से ईंट भट्ठा व्यवसायी 34 वर्षीय अभिषेक कुमार का अपहरण कर लिया और उसे नेपाल ले कर चला गया.

तीन करोड़ रुपये मांगी थी फिरौती

अभिषेक को रिहा करने के लिए राजन द्वारा तीन करोड़ रुपये की मांग की गयी थी. लेकिन तीन करोड़ की फिरौती नहीं दिए जाने पर अंततः दस दिनों के बाद 50 लाख भारतीय रुपये की फिरौती लेकर अपहरणकर्ता ने अभिषेक को सरलाही जिले के संग्रामपुर में नेपाल-भारत सीमा के पास मुक्त कर दिया

सोनवर्षा के दवा व्यवसायी कामेश्वर राय को भी दो दिसंबर को अपहरण कर नेपाल जाया गया था, जिन्हें अपहरणकर्ताओं ने 30 लाख रुपये की फिरौती लेकर सात दिसंबर को महोत्तरी जिले के शम्सी में मुक्त कर दिया था. विराटनगर में भी राजन के खिलाफ एक दर्जन अपहरण व अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं.

नेपाल की खुफिया एजेंसी थी एलर्ट

पुलिस के मुताबिक, भारतीय कारोबारी और हाईप्रोफाइल परिवार के लोगों को लगातार अगवा कर नेपाल ले जाए जाने की सूचना पर नेपाल की खुफिया एजेंसी सेंट्रल रिसर्च ब्यूरो की एक टीम को जांच में लगाया गया था. फिरौती के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल और कॉल रिकॉर्ड से जांच के बाद राजन मांझी की संलिप्तता सामने आई. पुलिस के मुताबिक बेहद खतरनाक अपराधियों की सूची में शामिल राजन को मोरंग पुलिस ने कंचनबाड़ी के एक होटल से इस सूचना पर गिरफ्तार किया है कि वह विराटनगर में एक भारतीय व्यवसायी के अपहरण की योजना बना रहा था.

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