Farmers News: कड़ाके की ठंड के बाद अब गर्मी ने दस्तक दे दी है. इस बार गर्मी की एंट्री जिस हिसाब से हुई है वो स्पष्ट संकेत दे रहा है कि आने वाले दिनों में तपिश बढ़ेगी. रोज तापमान में जिस कदर बढ़ोतरी हो रही है उससे यही अनुमान लगाया जा सकता है. वहीं अचानक मौसम में हुए बदलाव ने आम और लिची के मंजरों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है. किसानों के लिए अब एडवाइजरी जारी हुई है.
पौधा संरक्षण विभाग ने रबी फसल अंतर्गत गेहूं, मकई के उत्पादन में 10 फीसदी तक कमी आने की आशंका जतायी है और किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की.पौधा संरक्षण विभाग के सहायक निदेशक अरविंद कुमार ने जिला के गेहूं, मकई, आम-लीची के उत्पादक किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की और कहा कि अचानक तापमान में वृद्धि होने से गेहूं के उत्पादन में 6 से 10 प्रतिशत की कमी हो सकती है. आम और लीची में भी असर दिखने लगा है.
मधुआ कीट एवं सूती मोल्ड फफूंद का भी प्रकोप बढ़ने की संभावना है. इससे फल कम आने और मिठास कम होने की आशंका है. सितंबर 2022 के बाद बारिश नहीं होने से पत्तों पर धूल की परत जम जाने के कारण प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया बाधित होने से पत्ते काले पड़ने की समस्या बढ़ी है.
30 डिग्री से ऊपर तापमान बढ़ने पर आम और लीची के मंजर झड़ने लगते हैं. आम, लीची व चौड़ी पत्ती वाले केला, पपीता एवं अन्य पौधे में अचानक तापमान में वृद्धि होने से फूल एवं फल प्रभावित नहीं हो, इसके बचाव के लिए कार्बेन्डाजिम एक ग्राम प्रति लीटर पानी एवं इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एसएल या एक एमएल तीन लीटर पानी में मिलाकर स्टीकर के साथ छिड़काव कर सकते हें.