Bihar Land Survey 2024: बिहार विशेष भूमि सर्वेक्षण में नहीं लगेगा सरपंच का वंशावली, जानें सर्वे अधिकारी से जरूरी बातें
bihar land survey 2024: सर्वे अधिकारी ने बताया कि सर्वे के लिए सरपंच का वंशावली नही लगेगा. सर्वे के लिए अपने हस्ताक्षर से बनाये गये वंशावली मान्य है.
Bihar Land Survey 2024: बिहार के बक्सर जिला स्थित नावानगर प्रखंड क्षेत्र में सर्वे को लेकर सरपंच का वंशावली बनाने का होड़ लगा है. जबकि सर्वे कार्य में सरपंच का वंशावली का कही जिक्र नहीं है. अपने से वंशावली बना कर अपना हस्ताक्षर कर के जमा करना है. लेकिन आम लोग गुमराह होकर वंशावली बनाने में लग गये हैं. इस संबंध में नावानगर सीओ रानी कुमारी ने बताया कि सरपंच का वंशावली नही बनवाना है अपने हस्ताक्षर से वंशावली बनवाना है. वंशावली बनवाने के लिए शपथपत्र पर भी अलग अलग पंचायतों में अलग अलग नियम है. किसी पंचायत में ग्राम सेवक फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट का शपथपत्र मांग कर रहे हैं, जिसको बनवाने में 500 से 700 रुपया लग रहा है. तो किसी पंचायत में नोटरी का शपथपत्र मांग कर रहे है.
सर्वे अधिकारी से जरूरी बातें
इस संबंध में बीडीओ मनोज कुमार ने बताया कि वंशावली के लिए नोटरी का शपथपत्र लग रहा है. सर्वे अधिकारी ने बताया कि सर्वे के लिए सरपंच का वंशावली नही लगेगा. सर्वे के लिए अपने हस्ताक्षर से बनाये गये वंशावली मान्य है. किसी दूसरे कार्य के लिए सरपंच का वंशावली बनवाये सर्वे कार्य के लिए नहीं. सबसे अलग इसकी जानकारी मिलते ही आथर पंचायत की मुखिया रेखा देवी ने पंचायत के लोगों को जागरूक करने में लग गयी है. उन्होंने बताया कि सरपंच का वंशावली के चक्कर में आम लोग परेशान हो रहे है. जबकि सरपंच का वंशावली सर्वे में लग ही नहीं रहा है. मुखिया ने जागरुकता के लिए माइक के माध्यम से प्रचार कराया गया की सरपंच का वंशावली सर्वे में नही लग रहा है, बल्कि अपने हस्ताक्षर से बने वंशावली बना कर देना है.
डीसीएलआर ने सर्वेक्षण कर्मियों को दिए कई निर्देश
मधुबनी के मेघदूतम सभागार में विशेष भूमि सर्वेक्षण को लेकर भूमि सुधार उपसमाहर्ता राजू कुमार की अध्यक्षता में अनुमंडल के सभी सीओ, कानूनगो, विशेष सर्वे अमीन व अन्य सर्वेक्षण कर्मियों के साथ बैठक हुई. जिसमें विशेष भूमि सर्वे में अब तक हुए कार्यो की समीक्षा, सर्वे के क्रम में आने वाली समस्याओं और राज्य सरकार के भूमि सुधार विभाग द्वारा इस संबंध में जारी दिशा निर्देश पर चर्चा की गई. डीसीएलआर ने कहा कि विशेष भूमि सर्वे को लेकर सभी अंचल कार्यालयों में पहले से ही एक कैंप का आयोजन किया जा रहा है. जहां देखा जा रहा है कि सर्वे सबंधित जानकारी लेने के लिये काफी संख्या में किसानों की भीड़ जुट रही है. ऐसे में सभी रैयतों को सहजता से इस संबंध में पूरी जानकारी नहीं मिल पा रही है. ऐसी स्थिति में प्रत्येक अंचल क्षेत्र में कम से कम 7-7 मोबाइल कैंप लगाकर सभी संबंधित सर्वेक्षण कर्मी आमजनों से सीधे जुड़ने का प्रयास करें, ताकि रैयतों को सहूलियत मिल सके.
उन्होंने कहा कि कई जगहों पर दो तरह का खतियान उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसमें दोनों खतियान का मिलान जरूर कर लें. कहा कि सभी सर्वे कर्मी अपने क्षेत्र में भ्रमणशील रहें. ताकि प्रपत्र 2 और 3 में मांगे गये जमीन से संबंधित आंकड़ों की अधिक से अधिक जानकारी उपलब्ध हो सके. इन दोनों ही प्रपत्रों में भूमि का पूरा आंकड़ा व भौगोलिक दशा की जानकारी प्राप्त हो सकें. सभी प्रकार के आवश्यक जानकारी के साथ दस्तावेज उपलब्ध कराने की आमजनों से भी अपील की. मौके पर बेनीपट्टी सीओ धर्मदेव चौधरी, मधवापुर अंचलाधिकारी सह बिस्फी के प्रभारी सीओ नीलेश कुमार, हरलाखी सीओ रीना कुमारी, बेनीपट्टी के विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी सोनू कुमार, विशेष सर्वे कानूनगो संजीवन झा, मधवापुर के श्रवण कुमार, सर्वे अमीन अभिषेक कुमार, गौतम कुमार व मधवापुर के विशेष सर्वे सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी अभिनव निराला मौजूद थे.