Bihar Land Survey: बहनों के नाम के बिना वंशावली मानी जाएगी अधूरी, बहन को नहीं चाहिए संपत्ति में हिस्सा तो ये करें उपाय

Bihar Land Survey: बिहार में भूमि सर्वेक्षण का काम तेजी से चल रहा है. विशेष भूमि सर्वेक्षण के दौरान नया खतियान बनवाने के लिए प्रत्येक परिवार की बहनों का नाम भी वंशावली में देना बहुत जरूरी है. अगर बहन हिस्सा नहीं लेना चाहती हैं तो कुछ कागजी कार्रवाई करनी होगी जो इस आर्टिकल में बताया गया है.

By Abhinandan Pandey | September 9, 2024 9:23 AM
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Bihar Land Survey: बिहार में भूमि सर्वेक्षण का काम तेजी से चल रहा है. विशेष भूमि सर्वेक्षण के दौरान नया खतियान बनवाने के लिए प्रत्येक परिवार की बहनों का नाम भी वंशावली में देना बहुत जरूरी है. अगर आप बहनों का नाम नहीं देंगे तो आपत्ति आ सकती है. ऐसे में जरूरी है कि सभी लोग अपनी वंशावली में बहनों के नाम का जिक्र जरूर करें. यदि बहन आपकी संपत्ति में हिस्सेदार नहीं बनना चाहती हैं तो इसके लिए दूसरे रास्ते भी मौजूद हैं. ये बातें जिला बंदोबस्त पदाधिकारी ने बताई है.

बंदोबस्त पदाधिकारी ने बताया कि वंशावली बहनों के नाम के बिना अधूरी मानी जाएगी. बंदोबस्त कार्यालय अगर जांच करेगा तो उनका नाम शामिल कर ही लेगा. इसलिए बहनों का नाम छुपाने से कोई फायदा नहीं है.

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शिविर कार्यालय में इन बातों को लिखकर देंगी बहन

यदि जिन परिवारों में बहन अपने पिता की संपत्ति में हिस्सेदार नहीं बनना चाहती हैं. उन परिवारों को अपना शेड्यूल बनाकर देना होगा और बहन शिविर कार्यालय में लिखित रूप से यह देंगी कि उन्हें पिता की संपत्ति से कोई मतलब नहीं है. इसलिए खतियान भाइयों के नाम पर ही बनाया जाए. अगर बहन ऐसा करती हैं तो फिर नया खतियान भाइयों के नाम पर ही बनाया जाएगा.

दस्तावेजों की जांच आसानी से कर लेगा बंदोबस्त कार्यालय

बंदोबस्त पदाधिकारी ने आगे बताया कि विशेष भूमि सर्वेक्षण में आपके द्वारा जो भी दस्तावेज उपलब्ध कराया जाएगा, उसकी जांच बंदोबस्त कार्यालय आसानी से कर लेगा. इसलिए किसी भी दस्तावेज का मूल में होना या अभिप्रमाणित होना आवश्यक नहीं है.

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