Rehabilitation center में एसडीएम के बेटे की मौत, पिता ने लगाया हत्या का आरोप, डॉक्टर ने कहा प्लीज खबर रोक लें
आयुष के पिता सूरज कुमार सिन्हा ने कहा कि बेटे की तबीयत खराब होने पर मैंने अपने बेटे को फुलवारीशरीफ के मानस अस्पताल में भर्ती कराया था.सूरज ने कहा कि उनके बेटे के साथ अस्पताल के कर्मी मारपीट करते रहते थे. मैंने कई बार इसकी शिकायत की थी. लेकिन, वो लोग नहीं माने
राजेश कुमार ओझा
एसडीएम सूरज कुमार सिन्हा के बेटे आयुष की गुरुवार को पटना के फुलवारीशरीफ स्थित मानस हॉस्पिटल पुनर्वास केंद्र (rehabilitation center) में मौत हो गई. आयुष के पिता सूरज कुमार सिन्हा ने पुनर्वास केंद्र के डॉक्टर संतोष कुमार पर हत्या का आरोप लगाया है. इधर, प्रभात खबर ने जब डॉक्टर संतोष कुमार को फोन कर उनका पक्ष लेने का प्रयास किया तो डॉक्टर संतोष ने कहा प्लीज इस खबर को रोक लें.
क्या है मामला
आयुष के पिता सूरज कुमार सिन्हा ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए कहा कि मैंने अपने बेटे की तबीयत खराब होने पर मैंने अपने बेटे को 20 दिसंबर को फुलवारीशरीफ स्थित मानस अस्पताल (rehabilitation center) में भर्ती कराया था. सूरज सिन्हा ने कहा कि इसके बाद मैं जब भी अपने बेटे से मिलने जाया करता था. डॉक्टर मुझे मेरे बेटे से मिलने नहीं दिया करते थे. वो जो तर्क देते थे मैं उसपर भरोसा कर वापस लौट आता था. लेकिन, मैं 29 दिसंबर को डॉक्टरों के विरोध के बाद भी उससे मिला. बेटे ने कहा कि अस्पताल के कर्मी इलाज के नाम पर मेरे साथ मारपीट करते हैं. हमने तत्काल इसकी सूचना डॉक्टर संतोष कुमार को दी. डॉ संतोष ने कहा कि भविष्य में अब ऐसा नहीं होगा. फिर मैं 04 जनवरी और 08 जनवरी को अपने बेटे से मिला. बेटे ने बताया कि नहीं अब मेरे साथ मारपीट नहीं किया जाता है.
फिर आई ये सूचना
सूरज सिन्हा ने बताया कि गुरुवार को अचानक मुझे अस्पताल से सूचना दी गई कि मेरे बेटे की स्थिति बहुत खराब है. आप तुरंत अस्पताल पहुंचे. मैं बिहारशरीफ से अस्पताल पहुंचा तब तक मेरे बेटे की मौत हो गई थी. लेकिन, उसके शरीर पर चोट के कई निशान है. इस संबंध में पूछने पर अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया. मुझे शक है कि मेरे बेटे की अस्पताल में मारपीट के कारण मौत हुई है. इसको लेकर सूरज सिन्हा की ओर से अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ फुलवारीशरीफ थाने में एफआईआर भी कराया गया है. इधर, इस संबंध में अस्पताल के डॉ संतोष कुमार से जब पक्ष लेने के लिए फोन किया तो उन्होंने कहा कि प्लीज इस खबर को रोक लें..