बिहार विधान परिषद बना देश का पहला e-sadan, कागज वाले फाइल की जगह अब हर टेबल पर टैब
बिहार विधान परिषद का शीतकालीन सत्र कुछ बदला बदला सा होगा. पूरे सदन को हाईटेक बनाया जा रहा है. e-sadan का उदघाट्न 25 नवंबर की सुबह सीएम नीतीश कुमार करेंगे. यह देश का पहला उच्च सदन होगा, जहां की कार्यवाही पूरी तरह डिजिटल होने जा रही है.
पटना. बिहार विधान परिषद का शीतकालीन सत्र कुछ बदला बदला सा होगा. पूरे सदन को हाईटेक बनाया जा रहा है. e-sadan का उदघाट्न 25 नवंबर की सुबह सीएम नीतीश कुमार करेंगे. यह देश का पहला उच्च सदन होगा, जहां की कार्यवाही पूरी तरह डिजिटल होने जा रही है.
विधान परिषद में सदन के अंदर सभी सदस्यों के लिए टेबल पर अब कागजों का फाइल नहीं बल्कि टैब दिखेंगे. परिषद के सदस्य अब उसी पर अपने सभी सवालों का जवाब देख सकेंगे. साथ ही सदन में 4 बड़े स्क्रीन भी लगाए गये हैं, जिस पर पीछे बैठे सदस्य, प्रेस दीर्घा, दर्शक दीर्घा में बैठे लोग आसानी से सदन की कार्यवाही देख सकेंगे.
सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि बिहार का विधान परिषद देश का पहला सदन होने जा रहा है, जहां e-sadan की व्यवस्था होगी. इसके अंतर्गत अब हर सवाल का जवाब सदन में आएगा. पहले यह नहीं हो पाता था. अब प्रश्नकाल, शून्यकाल काल, ध्यानाकर्षण में आए सारे सवालों के जवाब सदन के पटल पर आ जाएंगे, जिससे जनता की समस्याओं को निदान होगा.
सभापति ने कहा कि इससे सदन की सारी समितियों का काम सुचारू रूप से चल सकेगा. कोई भी सदस्य अपनी समस्याओं को सुना सकते हैं. ऑनलाइन सवाल का जवाब भी ऑनलाइन मिलेगा. हम सब डिजिटल रिकार्ड बना रहे हैं, ताकि दो-तीन साल बाद भी दस्तावेज बना रहेगा.
बिहार विधान परिषद में सभी सदस्यों के लिए टैब की व्यवस्था किए जाने के बाद हूँगामे के दौरान सदस्यों के द्वारा तोड़ फोड़की संभावना के सवाल पर सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि सदन के सदस्यों के कार्य व्यवहार के लिए एथिक्स कमिटी बनी हुई.
यह कमिटी सदस्यों पर नजर रखा करती है. हमारे सभी सदस्य अनुशासन में रहते हैं. शीतकालीन सत्र शांतिपूर्ण तरीके से चलेगा. अपर हाउस को लेकर यहां कोई डिस्टरबेंस नहीं होगी. आसन की ओर से जो बातें बोली जाती हैं उसे सदस्य लोग मानते हैं.
Posted by Ashish Jha