बिहार में पिछले छह साल से अधिक समय से शराबबंदी लागू है. ऐसे में तस्करी को रोकने के लिए सरकार ने जितने प्रयोग नहीं किए होंगे, उससे कहीं ज्यादा तस्करों ने कर दिए. किसी ने शराब को गैस बना दिया तो किसी ने नारियल पानी. कभी मिठाई तो कभी दवाई भी शराब के चलते बदनाम हुईं. इस आर्टिकल में हम आपको बिहार में तस्करों के द्वारा किये जा रहे शराब तस्करी के टॉप-10 नायाब तरीके व तस्वीरें दिखाएगें. जिसे देखकर कुछ पल के लिए पुलिस भी सिर पकड़कर बैठ गई थी.
यह तस्वीर बिहार को गोपलागंज जिले की है. यहां पुलिस ने बीते 25 मई 2022 को एक जैविक खाद लदे ट्रैक्टर-ट्रॉली से लगभग 10 लाख रुपये के विदेशी शराब को बारमद किया था. तस्करी के इस अंदाज को देखकर पुलिस भी हैरान रह गई थी.
नवादा में तस्करों ने गैस सिलिंडर की पेंदी को काटकर उसमें बड़ी चतुराई से शराब की पाउच भर कर बेचा करते थे. मामला 2016 का है. यहां उत्पाद विभाग ने गैस सिलिंडर से 145 बोतल देसी शराब को जब्त किया था.
यह तस्वीर भी नवादा जिले के नगर थाना क्षेत्र की है. मामला साल 2020 का है. यहां तस्कर आम तरीके से हटकर नारियल पानी की आड़ में देसी शराब भड़कर बेचा करते थे. नारियल में पानी के बजाय शराब भरा होता है.
शराब तस्करी की यह अनोखी तस्वीर इसी बिहार के सारण जिले की है. तस्वीर साल 2020 की है. यहां तस्कर पुलिस को चकमा देने के लिए पानी के टैंकर में शराब की होम डिलीवरी किया करते थे.
यह तस्वीर छपरा जिले की है. यहां उत्पाद विभाग और पुलिस की टीम ने मधुमक्खी पालन के बक्से से शराब को बरामद किया था. तस्करों के इस निराले अंदाज को देखकर उस समय पुलिस भौचक रह गई थी.
यह अनोखी तस्वीर बिहार से सटे यूपी बॉर्डर से चंदौली के पास की है. यहां इसी साल पुलिस ने एक बोलेरो को पुलिस ने जब्त किया था, जिसकी छत पर केबिन बनाकर उसमें भारी मात्रा में शराब रखी मिली थी.
शराबबंदी के बाद तस्करों ने एक से एक नायाब तरीके निकाले. उन्हीं तस्वीरों में से एक यह तस्वीर शेखपुरा की है. यहां तस्कर गाड़ी के टायर में हवा की जगह शराब भरकर लाते पकड़े गए थे. तस्वीर एक साल पुरानी है.
गोपालगंज में वाहन चेकिंग के दौरान विदेशी शराब से भरे दो डीसीएम ट्रक को यूपी सीमा से सटे बल्थरी चेकपोस्ट से जब्त किया गया था. इस ट्रक में गुप्त चैम्बर बनाकर शराब की तस्करी की जा रही थी. तस्वीर दो साल पुरानी है.
सीतीमढ़ी के नेपाल बॉर्डर पर शराब तस्कर पूरे शरीर में शराब की बोतलें बांध लेते हैं और उसके ऊपर से ढीला कपड़ा पहन लेते हैं, ताकि आसानी से सीमावर्ती इलाके में शराब बेच सकें. कई बार ऐसे तस्करों को SSB और स्थानीय पुलिस ने पकड़ा है.
यह तस्वीर बिहार के छपरा जिले की है. तस्वीर इसी साल 2022 की ही है. यहां पिकअप वैन में विशेष तहखाना बना शराब की तस्करी हो रही थी. मशरक थाना क्षेत्र के देवरिया में थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर वाहन चेकिंग के दौरान अंग्रेजी शराब की खेप बरामद की थी.