Bihar: सहरसा के बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के महखड़ पंचायत स्थित आवासीय बौधि पब्लिक स्कूल हुसैनचक में स्कूल में रहकर एलकेजी की पढ़ाई कर रहे छात्र आदित्य कुमार की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी. छात्र के पिता ने विद्यालय संचालक सुजीत कुमार पर दो दिनों से बच्चे की पिटाई कर हत्या कर दिये जाने का आरोप लगा रहे है. छात्र की पहचान मधेपुरा जिले के भर्राही वार्ड नंबर सात निवासी प्रकाश कुमार का पुत्र नौ वर्षीय आदित्य कुमार के रूप में की गयी है. पिता ने बताया कि वह अपने पुत्र आदित्य को पढ़ाई के लिए सिमरी बख्तियारपुर के महखड़ पंचायत के हुसैनचक गांव में चल रहे आवासीय बौधि पब्लिक स्कूल में रखा था. वह विद्यालय में ही रह कर एलकेजी की पढ़ाई कर रहा था.
परिजनों का सीधा आरोप है कि विद्यालय संचालक द्वारा उसके पुत्र की बर्बरता पूर्वक पिटाई कर हत्या के बाद एक षड्यंत्र के तहत अस्पताल में भर्ती कराया गया और इसकी जानकारी हम लोगों को दी गयी. इधर, छात्र की मौत के बाद विद्यालय के संचालक फरार बताया जा रहा है. हालांकि विद्यालय में उसके साथ कक्षा पांच में पढ़ रहे मधेपुरा जिले के ही साहुगढ निवासी पवन यादव का पुत्र प्रीतम कुमार, मोनू कुमार जो रिश्ते के बच्चे मामा ने बताया कि बुधवार की रात विद्यालय के सभी बच्चे खाना खाने के बाद साथ में टीवी देखे और उसके बाद अपने-अपने बिस्तर पर सो गये. सुबह सवेरे पांच बजे सोकर उठे, तो आदित्य को भी उठाने का प्रयास किया. लेकिन आदित्य नहीं उठा.
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स्कूल का संचालक सुजीत कुमार भी उसी कमरे में सो रहा था. बच्चों ने आदित्य के न उठने की जानकारी संचालक को दी. उसके बाद संचालक ने बच्चे को उठाने का प्रयास किया, लेकिन नींद नहीं खुलने पर उसने तुरंत उसे ले जाकर हुसैनचक के ही एक ग्रामीण चिकित्सक को दिखाया. प्राथमिक उपचार के बाद ग्रामीण चिकित्सक ने उसे बेहतर इलाज के लिए बड़े डॉक्टर से दिखाने की सलाह दी. उसके बाद परिजन बच्चे को लेकर सहरसा बटराहा के एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया. वहां के भी चिकित्सक द्वारा उसे रेफर कर दिया गया. फिर सहरसा के ही दूसरे नर्सिंग होम में बच्चे को भर्ती कराया. जहां चिकित्सक ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. इस संदर्भ में विद्यालय के संचालक सुजीत कुमार ने दूरभाष पर बताया कि रोजाना की भांति बच्चा खाना -खाकर सो गया था. सुबह उसके नहीं उठने पर शंका होने पर ग्रामीण चिकित्सक से दिखाया गया. जहां बेहतर इलाज के लिए सहरसा रेफर किया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.