बिहार में मतगणना शुरू, पोस्टल बैलेट के बाद EVM के वोटों की गिनती, जानिए रूझान से परिणाम तक की पूरी प्रक्रिया..
बिहार में वोटों की गिनती मंगलवार को सुबह 8 बजे से शुरू हो चुकी है. जानिए क्या है पूरी प्रक्रिया और कब से रूझान आने लगेंगे..
बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 के सात चरणों में हुए मतदान के दौरान पड़े वोटों की गिनती शुरू हो गयी है. 4 जून को मतगणना का काम शुरू हो चुका है. बिहार के 40 लोकसभा सीटों पर पड़े वोटों की गिनती भी प्रदेश के 33 जिला मुख्यालय में बने मतगणना केंद्रों पर हो रही है. सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हुई है. पहले पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू हुई है. उसके बाद ईवीएम के बक्से खोले जाएंगे और धीरे-धीरे शुरुआती रूझान सामने आने लगेगा.
बिहार में 33 केंद्रों पर चल रही गिनती..
बिहार के 33 मतगणना केंद्रों पर 40 संसदीय सीटों के वोटों की गिनती हो रही है. मतगणना केंद्रों व आसपास के क्षेत्र में कड़ा पहरा है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और सख्त निगरानी के बीच वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. पहले पोस्टल बैलेट की गिनती हुई है. वहीं पोस्टल बैलेट की गिनती संपन्न होने के बाद EVM खोले जाने हैं. बता दें कि प्रत्याशियों के बीच मतों का अंतर अगर कम होगा तो पोस्टल बैलेट का मत निर्णायक साबित हो सकता है.
शुरुआती रूझान कब से आता है..
मतगणना के लिए 14 टेबल लगाये गए हैं. बता दें कि काउंटिंग सेंटर के अंदर अलग-अलग विधानसभा के लिए अलग-अलग कमरे बनाकर वोटों की गिनती की जा रही है. सुबह 9 बजे के बाद पहला रूझान सामने आने लगेगा. बताते चलें कि रूझानों में उम्मीदवार आगे-पीछे होते रहते हैं. किसी बूथ पर अगर किसी उम्मीदवार को मजबूती से वोट पड़ा है तो वो बढ़त लेता है. लेकिन आगे चलकर अगर दूसरे उम्मीदवार के पक्ष में अधिक वोट पड़े बूथ के ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू होती है तो फिर वो बढ़त लेता दिख जाता है. इस तरह उठा-पटक उम्मीदवारों के बीच जारी रहती है.
कब से स्थिति स्पष्ट होने लगेगी..
यह माना जा रहा है कि दोपहर के बाद मतों का रूझान आने लगेगा. बता दें कि कई सीटें ऐसी होती है जहां कोई प्रत्याशी लगातार बढ़त बनाता हुआ बढ़ता है. अधिकतर राउंड में अगर वो बढ़त बनाता जाता है तो उसके नजदीकी प्रतिद्वंदी के लिए फिर पीछा करना मुश्किल पड़ता है. लेकिन अगर कांटे की टक्कर और कम अंतर राउंड दर राउंड की गिनती में कहीं होती है तो आखिर में जाकर जीत-हार का फैसला होता है.
कैसे होती है वोटों की गिनती..
बताते चलें कि मतगणना कक्ष में जब EVM खोले जाते हैं तो हर उम्मीदवार के मतगणना अभिकर्ता वहां मौजूद रहते हैं. उनके सामने सील ईवीएम लाया जाता है. उन्हें दिखाकर ही उसका सील तोड़ा जाता है. उसके बाद कुल पड़े वोटों और उम्मीदवारों को पड़े वोटों का ब्यौरा बटन दबाते ही सामने आता है. तमाम अभिकर्ता के नजर के सामने ही सारी प्रक्रिया होती है. उन्हें संतोष हो जाने के बाद उनके हस्ताक्षर लिए जाते हैं. उसके बाद उस बूथ के EVM को हटाया जाता है. राउंड दर राउंड यही प्रक्रिया चलती है. अंत में जीत-हार का फैसला होता है और विजयी उम्मीदवार को जीत का सर्टिफिकेट थमा दिया जाता है.