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वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना के प्रभावी होने पर बिहार को घाटा, मासिक आवंटन में 45 टन खाद्यान्न की हुई कटौती

वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना के प्रभावी हो जाने के बाद प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिये बांटने के लिए जारी आवंटन में आंशिक कटौती की गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 9, 2021 10:45 AM

पटना. वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना के प्रभावी हो जाने के बाद प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिये बांटने के लिए जारी आवंटन में आंशिक कटौती की गयी है.

दरअसल केवल 45 टन खाद्यान्न में कटौती की गयी है. हालांकि, इससे राशन कार्ड धारकों को दिये जाने वाले खाद्यान्न में कोई कमी नहीं आयेगी.

जानकारों के मुताबिक यह वह खाद्यान्न होगा, जो प्रदेश के बाहर वन नेशन वन कार्ड स्कीम के तहत अनाज उठा रहे हैं.

भारतीय खाद्य निगम की तरफ से जारी आधिकारिक पत्र के मुताबिक फिलहाल फरवरी माह 2021 से बिहार को कुल चार लाख 60 हजार 546 टन खाद्यान्न मिलेगा. इससे पहले के महीनों में यह खाद्यान्न चार 60 हजार 591 टन अनाज मिलता था.

फिलहाल फरवरी से राज्य को एक लाख 84 हजार 218 टन गेहूं और दो लाख 76 हजार 327 टन चावल मिलेगा. इससे पहले चावल की आवंटित मात्रा कुछ ज्यादा दो लाख 76 हजार 355 टन थी. फरवरी से पहले गेहूं एक लाख 84 हजार 236 टन मिलता था.

फरवरी से गेहूं की दर दो रुपये प्रति किलोग्राम और चावल की दर तीन रुपये प्रति किलोग्राम तय की गयी है.

विशेष तथ्य है कि भारत सरकार ने संशोधित मासिक आवंटन में अंत्योदय श्रेणी के तहत पहले की तरह आवंटित गेहूं की मात्रा 35014 टन और चावल की मात्रा 52521 टन यथावत रखी गयी है. संशोधित मासिक आवंटन जिलावार किया गया है.

Posted by Ashish Jha

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