बिहार: प्रेमी युगल के परिवार में जारी थी मारपीट, पुलिस ने की पहल तो आधे घंटे में एक हुए दोनों, जानें पूरी बात
वजीरगंज थाना परिसर के निकट देवी मंदिर में रविवार को एक प्रेमी युगल की शादी पुलिस की पहल पर करायी गयी. युगल ने बगैर मंत्रोच्चारण व दान-दहेज के एक-दूसरे को माला पहनाकर माता-पिता व आम प्रत्यक्षदर्शियों के समक्ष शादी रचा ली.
गया: वजीरगंज थाना परिसर के निकट देवी मंदिर में रविवार को एक प्रेमी युगल की शादी पुलिस की पहल पर करायी गयी. युगल ने बगैर मंत्रोच्चारण व दान-दहेज के एक-दूसरे को माला पहनाकर माता-पिता व आम प्रत्यक्षदर्शियों के समक्ष शादी रचा ली. इस युगल जोड़ी के प्रेम विवाह की चर्चा होते ही मंदिर परिसर के अंदर व बाहर माता-पिता सहित गांव के कुछ प्रबुद्ध लोगों व ग्रामीणों की भीड़ लग गयी. थानाध्यक्ष राम इकबाल प्रसाद यादव ने बताया कि सूचना मिली थी की दो परिवार बुधघरेया में झगड़ रहे हैं. इसके बाद पुलिस लड़का-लड़की समेत अन्य को थाने ले आयी, बाद में दोनों परिवार आपसी समझौता कर युगल जोड़े का विवाह करवाकर विवाद को समाप्त किया.
दो साल पहले रिश्तेदार के यहां आया था लड़का
जानकारी के मुताबिक, अतरी थाना क्षेत्र अंतर्गत सहोरा निवासी रामाशीष रविदास का पुत्र राजेश कुमार अपने रिश्तेदार के यहां दो वर्ष पूर्व बुधघरेया गांव आया था, जहां उसकी एक युवती के साथ आंखें चार हुईं. दोनों के बातचीत होते-होते प्रेम संबंध में निकटता बढ़ती गयी. इसके बाद वे अपने घर चले गये. इसकी भनक दोनों पक्ष के परिजनों को नहीं लगी. जब दो दिन पूर्व युवती विवाह की मंशा से अतरी क्षेत्र के सहोरा गांव चली गयी, तो युवक के परिजन रविवार को उसे वापस उसके गांव बुधघरेया लाये व माता-पिता के सुपुर्द कर घटनाक्रम की सच्चाई बतायी. इस पर दोनों पक्षों में विवाद गहराता गया और मामला मारपीट तक पहुंच गया.
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आधे घंटे में संपन्न हुई शादी
स्थानीय पंचायत सरपंच टुनटुन राम ने दोनों पक्षों को समझाकर मामला निबटाने का प्रयास किया. लेकिन, विवाद को बढ़ता देख इसकी सूचना स्थानीय थाने को मिलने के बाद दोनों पक्ष के परिजन व प्रेमी युगल को थाना लाकर पूछताछ की गयी, तो दोनों ने बालिग रहने का दावा किया. तब पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को कानूनी अधिकार की जानकारी दी गयी. इसके बाद दोनों पक्षों ने कानूनी कार्रवाई के डर के बाद विवाद को समाप्त करने के लिए शादी करवाने का फैसला लेते तुरंत शादी की तैयारी प्रारंभ की. करीब आधा घंटा के अंदर सादे समारोह में भगवान को साक्षी मान एक-दूसरे को जयमाला पहनाकर परिजनों का आशीर्वाद लिया. आम लोगों ने गीत-संगीत की जगह भगवान के जयकारे लगाये और ताली बजाकर युगल जोड़ी का स्वागत किया.