कोरोना का खौफ : विदेश से आया शख्स पड़ा बिमार, तो परिवार ने अछुत मानकर घर में किया बंद
ओमान से लौटे चंद्रदीप पड़ा बीमार तो परिजनों ने जब कोरोना के डर से चंद्रदीप को कमरे में बंद कर दिया
पटना : पंडारक प्रखंड के डभामा गांव में कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज मिला है. इसकी पहचान चंद्रदीप 35 वर्ष के रूप में हुई है. यह ओमान से हाल में घर लौटा है. उसे पीएमसीएच रेफर किया गया है. मेडिकल टीम चंद्रदीप के पूरे परिवार की भी जांच कर रही है. ओमान से लौटने के बाद चंद्रदीप बीमार हो गया था. जब कोरोना की जानकारी लोगों को हुई तो परिजनों ने चंद्रदीप को कमरे में बंद कर दिया. भोजन भी उसे काफी अमानवीय तरीके से दिया जा रहा था. मेडिकल टीम उसके साथ किये जा रहे व्यवहार को लेकर दंग रह गयी. यहां तक कि पत्नी ने भी उसे अछूत मानकर अलग कर दिया था और स्थानीय सरकारी अस्पताल में भी इसकी सूचना नहीं दी थी.
इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर मदन ने बताया कि पूरे गांव की निगरानी की जा रही है. वहीं दूसरी तरफ गुजरात से आये बरियारपुर गांव में भी एक व्यक्ति की बीमार होने के बाद जांच पड़ताल की गयी है. फिलहाल उसे संदिग्ध की श्रेणी में नहीं रखा गया है. उधर, दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारियों ने भी पंडारक की मेडिकल टीम से लगातार संपर्क कर चौकसी बरतने का निर्देश दिया. उधर दूसरी तरफ लगातार संदिग्ध मरीज के मिलने से क्षेत्र के लोग भी दहशत में हैं. इसके पूर्व भी सऊदी अरब से लौटे नीतीश और उसके परिजनों को लगातार स्वास्थ्य विभाग निगरानी में रखकर जांच कर रहा है.
कोरोना को लेकर 75 नमूनों की जांच 72 सैंपल निगेटिव
गौरतलब है कि राज्य अब तक कोरोना वायरस के लक्षण को लेकर कुल 75 मरीजों के सैंपल लिया गया था. इसमें जांच के दौरान 72 सैंपल निगेटिव पाये गये हैं. दो सैंपल का जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं मिला है जबकि एक सैंपल रिजेक्ट कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि 15 जनवरी से अभी तक राज्य में कोरोना वायरस से ग्रसित देशों से लौटे 354 यात्रियों को सर्विलांस में रखा गया है. इनमें से 113 लोगों ने 14 दिनों की निगरानी के समय को पूरा कर लिया है. उन्होंने बताया कि पांच फरवरी के बाद से अब तक राज्य भर से कुल 4293 लोगों ने कॉल सेंटर 104 पर फोन कर कोरोना के संबंध में जानकारी प्राप्त की