प्रेमी के पक्ष में गवाही देने पहुंची शादीशुदा प्रेमिका, तभी आ पहुंचा पति, कोर्ट के बाहर चला हाईवोल्टेज ड्रामा
Bihar: बिहार के पूर्णिया में सिविल कोर्ट के बाहर पति-पत्नी के बीच हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. बता दें कि महिला के पति ने उसके प्रेमी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. महिला यहां अपने पति के लिए नहीं बल्कि प्रेमी की जमानत के लिए गवाही देने पहुंची थी. तभी उसका पति के साथ झगड़ा हो गया.
Bihar: बिहार के पूर्णिया में सिविल कोर्ट के बाहर पति-पत्नी के बीच हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. बता दें कि महिला के पति ने उसके प्रेमी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. महिला यहां अपने पति के लिए नहीं बल्कि प्रेमी की जमानत के लिए गवाही देने पहुंची थी. तभी उसका पति के साथ झगड़ा हो गया. एक घंटे तक सिविल कोर्ट के बाहर हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा.
35 साल की फरहाना की 19 साल पहले मोहम्मद जहांगीर के शादी हुई थी. दोनों के बच्चे भी हैं. परिवार का हंसी खुशी जीवन यापन चल रहा था. इस बीच जहांगीर ने दिल्ली में अपना कारखाना भी खोला. कारखाना में काम करने के लिए उसे चार मजदूरों की आवश्यकता थी. पूर्णिया के हीं चार मजदूरों को उसने काम पर रखा. जिसमें 18 साल का राशिद आलम उर्फ बाबुल भी था. चारों मजदूरों के खाने और रहने का इंतजाम जहांगीर ने कारखाने में ही करवा दिया था.
फरहाना का भी कारखाने में आवागमन रहता था. इस बीच फरहाना और राशिद के बीच गहरी दोस्ती हो गई. दोस्ती फिर प्यार में बदल गई. जहांगीर को दोनों के बीच चल रहे अफेयर के बारे में पता नहीं था. इस बीच 11 जून को फरहाना अपने घर से गायब हो गई. राशिद भी कारखाने से गायब था. पता चला कि फरहाना और राशिद दोनों ही पूर्णिया चले गए हैं और दोनों ने 15 जून को शादी भी कर ली. इस बात की भनक जब जहांगीर को लगी तो वो बौखला गया.
राशिद की जमानत के लिए गवाही देने पहुंची कोर्ट
जहांगीर पूर्णिया गया और राशिद के खिलाफ अपनी पत्नी के अपहरण का मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने राशिद को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया. चार दिन बाद कोर्ट में पेशी थी. फरहाना ने पुलिस को बताया कि राशिद ने उसका अपहरण नहीं किया है. वो अपनी मर्जी से उसके साथ रह रही है. चार दिन बाद जैसे ही फरहाना, राशिद की जमानत के लिए गवाही देने सिविल कोर्ट पहुंची, जहांगीर भी आ पहुंचा.
कोर्ट के बाहर दोनों पक्षों में हुई झड़प
जब पति पत्नी के बीच झड़प हुई राशिद का परिवार भी उस वक्त सिविल कोर्ट में ही था. जहांगीर जोर जबरदस्ती कर फरहाना को वहां से ले जाने लगा. लेकिन फरहाना उसके साथ जाने को तैयार नहीं थी. वो उसे बच्चों और समाज की दुहाई देने लगा फिर भी फरहाना नहीं मानी. राशिद के घर वालों ने भी जहांगीर का विरोध किया.
इस बीच दोनों पक्षों के बीच हाथापाई हुई. राशिद की मां इसमें घायल हो गई. कोर्ट के बाहर एक घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा. पुलिस ने बड़ी मुश्किल से दोनों पक्षों को शांत करवाया. पति-पत्नी और राशिद का ये मामला अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.