केंद्रीय खाद्य और आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने कोरेंटिन सेंटरों पर खाने की गुणवत्ता में आ रही शिकायतों को लेकर सरकार का पक्ष रखा है.दरअसल लॉकडाउन के दौरान अनेक अलग-अलग राज्यों से कोरंटिन सेंटर में खिलाए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें आती रहीं हैं.और कई सेंटरों पर इसे लेकर हंगामें और प्रदर्शन तक हो चुके हैं.रोजाना आ रहे इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने आज ट्वीट के जरिए कहा कि गुणवत्ता के तय मानक से भारतीय खाद्य निगम (FCI) कोई समझौता नहीं करती है.और राज्यों को भी FCI के माध्यम से मानक के अनुसार ही अनाज भेजा जाता है.
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राशन दुकानों से भी खराब गुणवत्ता का अनाज मिलने की शिकायतें प्रतिदिन इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में देखने को मिलती हैं। सभी राज्य सरकारों से आग्रह है की राशन दुकानों से दिए जा रहे अनाज और ख़ास तौर पर क्वॉरंटीन सेंटर में खिलाए जा रहे भोजन की गुणवत्ता को गम्भीरता से लें। 2/2
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) May 27, 2020
राज्य सरकार कोरेंटिन सेंटरों में खिलाए जा रहे भोजन की गुणवत्ता को गम्भीरता से लें :
केंद्रीय मंत्री के अनुसार राज्यों को अनाज की आपूर्ति के समय राज्य एवं FCI दोनो के पदाधिकारी मौजूद होते हैं.उन्होंने राज्यों के कोरेंटिन सेंटरों में खराब खाना मिलने के समाचार को दुखद बताया और अपने एक और ट्वीट में लिखा कि राशन दुकानों से भी खराब गुणवत्ता का अनाज मिलने की शिकायतें प्रतिदिन इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में देखने को मिलती हैं.जिसपर उन्होंने राज्य सरकारों से आग्रह करते हुए लिखा कि राशन दुकानों से दिए जा रहे अनाज और ख़ास तौर पर कोरेंटिन सेंटरों में खिलाए जा रहे भोजन की गुणवत्ता को गम्भीरता से लें.
गुणवत्ता के तय मानक से @FCI_India कोई समझौता नहीं करती और FCI के माध्यम से हम राज्यों को मानक के अनुसार ही अनाज भेजते हैं। आपूर्ति के समय राज्य एवं FCI दोनो के पदाधिकारी मौजूद होते हैं। लेकिन दुःख है की कई राज्यों के क्वॉरंटीन सेंटर में ख़राब खाना मिलने का समाचार मिलता है। 1/2
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) May 27, 2020
कई कोरेंटिन सेंटरों से आ रही है शिकायतें :
बता दें कि बिहार सहित कई अन्य राज्यों में अलग-अलग जगहों के कई कोरेंटिन सेंटरों से भोजन के गुणवत्ता को लेकर शिकायतें लगातार आ रही है.जबकि सरकारी दावों में पर्याप्त और पौष्टिक भोजन की बात की जाती है. कई सेंटरों पर प्रवासी श्रमिकों द्वारा हंगामा और विरोध की खबरें भी रोजाना आ रही है. जिसके बाद आज केंद्रीय मंत्री ने राज्य सरकारों को इस मामले को गंभीरता से लेने को कहा है.