पटना. बिहार के पर्यटन मंत्री नारायण साह के बेटे बबलू साह की तरफ से बेतिया में हुई फायरिंग की घटना को लेकर सरकार की आलोचना हो रही है. इसबीच अपने बेटे पर लगे आरोप की सफाई में पर्यटन मंत्री ने भी यह कहते हुए सुशासन को कटघरे में ला दिया कि ग्रामीण उनकी जमीन पर कब्जा करना चाह रहे थे.
अपने बेटे के बचाव में उतरे मंत्री नारायण साह का कहना है कि उनकी पुश्तैनी जमीन के ऊपर कुछ ग्रामीणों की नजर है. उनकी जमीन पर लगातार कब्जे का प्रयास हो रहा है. आज भी एक ऐसी ही घटना घटी. उनके भाई जब अवैध कब्जे करने वाले लोगों को समझाने बुझाने गये तो मारपीट की गयी. बाद में मेरा बेटा बबलू अपने सुरक्षाकर्मियों को लेकर वहां पहुंचा. उसके साथ हथियार भी मौजूद थे और इसके बावजूद दबंगों ने मेरे बेटे और उसके सुरक्षाकर्मियों को ही पीट डाला. यही नहीं सारे लोग उन पर टूट पड़े. राइफल और रिवाल्वर छीन लिया और गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिये.
मंत्री नारायण साह ने बताया कि दूसरे पक्ष के लोगों द्वारा लगातार पत्थरबाजी की गयी. इसमें कई लोग घायल हो गये. मंत्री नारायण साह ने कहा कि उनकी तरफ से जितने लोग मामले को शांत कराने पहुंचे थे, सभी को लाठी डंडे से बुरी तरह से पीटा गया. जब उनके लड़के बबलू साह ने पहले कुछ आदमी को शांत कराने भेजा था, लेकिन उनके साथ मारपीट की गयी.
मंत्री ने कहा कि इसके बाद वह खुद मौके पर पहुंचे. उन्होंने दावा किया कि उनके बेटे बबलू साह द्वारा फायरिंग नहीं की गयी है. लोगों ने उनके राइफल और रिवाल्वर को छीन लिया. मंत्री नारायण साह ने बताया कि उन्हें बदनाम करने के लिए कई तरह की अफवाह फैलायी जा रही है.