डॉ संतोष सुमन को पहली बार दो विभाग के मंत्री बने हैं. डॉ सुमन दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक और मास्टर डिग्री प्राप्त किया है. इसके बाद उन्होंने मगध विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि भी प्राप्त किया है. बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे के साथ साथ हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. डॉ संतोष सुमन इस दफा तीसरी बार मंत्री पद की शपथ ली है. इससे पूर्व नीतीश मंत्रिमंडल में वर्ष 2020 व 2022 में मंत्री बनाये गये थे.
इससे पहले वे एक विभाग के ही मंत्री बनाया गया था. पहली बार उन्हें सूचना प्रावैद्यिकी, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया है. इससे पहले वे अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री थे. सूचना प्रावैद्यिकी विभाग का उन्हें पहली बार मंत्री बनाया गया है.
विधान पार्षद बनने से पूर्व वर्ष 2005 से 2012 तक यूनिसेफ में प्रखंड से जिला स्तर पर कार्य कर चुके हैं. बोधगया में यूनिसेफ में वे प्रखंड स्तर पर कार्यरत थे. इसके बाद प्रमोशन पाकर जहानाबाद यूनिसेफ में काम किया.
औरंगाबाद में यूनिसेफ के जिला को-ऑर्डिनेटर के पद पर भी रहे. साक्षरता अभियान में भी कार्य किया. वर्ष 2018 में विधान पार्षद बने और इसी वर्ष गया कॉलेज गया में असिस्टेंट प्रोफेसर में उनकी बहाली हुई.