अभी तक यह कहा जाता रहा है कि माता कभी भी कुमाता नहीं हो सकती है. लेकिन, इस कलियुग में अब माता भी कुमाता होने लगी है. इसकी एक बानगी बिहार के पश्चिम चंपारण में देखने को मिला. जहां एक मां ने अपनी ममता का गला घोंट दिया. उसने मासूम को जन्म के देने के बाद ही बेच दिया. वह भी सिर्फ 9 हजार रुपये के लिए. उसने यह सब कुछ अपने मायके वालों के साथ मिलकर किया. प्रसव की खबर सुन कर पति जैसे ही अस्पताल पहुंचा, तो उसकी पत्नी ने एक नई कहानी सुना दी.
महिला ने अपने पति को बताया कि जन्म लेने के कुछ देर बाद ही बच्ची मर गयी. पति ने जांच पड़ताल की, तो जो सच्चाई सामने आयी उसपर वह भड़क गया. दरअसल, उसे पता चला था कि उसकी पत्नी व ससुराल वालों ने उसकी बच्ची को नौ हजार रुपये में बेच दिया है. उसने जब इसका विरोध करने लगा तो ससुराल वालों ने उसके साथ मारपीट करने लगे. इसका वीडियो भी वहां पर मौजूद लोगों ने बना लिया था. नवजात बच्ची के पिता ने स्थानीय थाने में शिकायत की है. कोई सुनवाई नहीं हुई. यह घटना बीते मंगलवार को दोपहर की है.
जानकारी के मुताबिक ठकराहा थाने के भेड़िहारी टोला गांव निवासी आशिक अली की पत्नी साजिदा को उसके मायके उत्तरप्रदेश के तमकुहीराज थाने के लक्ष्मीपुर राजा गांव में प्रसव पीड़ा हुई. उसे मायके वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तमकुहीराज लेकर पहुंचे. वहां उसने छठवीं बच्ची को जन्म दिया. कुछ देर बाद वहीं से नवजात बच्ची की मां, मामी, नानी और मौसी मरियम उसे सेवरही थाने के धुरिया इमलिया के एक दंपती को नौ हजार रुपये में बेच दिया. गुरुवार को अपनी दो अन्य बेटियों को साजिदा अपने मायके से ससुराल पहुंचाने ले जा रही थी. इस बीच तमकुहीरोड स्थित ठकराहा टेंपो स्टैंड पर पति-पत्नी दोनों की मुलाकात हो गयी. बच्ची को लेकर दोनों के बीच बकझक होने लगी. काफी संख्या में लोग जमा हो गए.
मौके पर सेवरही पुलिस पहुंच गयी. पति-पत्नी दोनों को थाने ले गयी. पुलिस से पूछताछ में साजिदा ने बताया कि उसने धुरिया इमलिया गांव निवासी झेलू मियां को बच्ची को गोद दे दिया है. पुलिस ने गोद लेने वाले दंपती से फोन पर संपर्क किया. दंपती बच्ची को लेकर सेवरही थाना पहुंचे. नवजात बच्ची को पुलिस को सुपुर्द कर दिये. पुलिस ने जिला चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सूचना दी. चाइल्ड संरक्षण अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि दुधमुंही बच्ची को उसकी मां को सुपुर्द कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस तरह से गोद लेना कानूनन अपराध है. गोद लेने वाले दंपती को हिदायत दी गयी है कि वह केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (कारा) साइट पर जाकर ऑनलाइन करे और वहां से बच्चा प्राप्त कर सकते हैं.