बिहार के मोतिहारी जिले के चार प्रखंडों में शनिवार से ही मौत का तांडव शुरू था. जहरीला पेय पदार्थ (Motihari Hooch Tragedy) पीने वाले लोग मरते गये और परिजन आनन-फानन में उनके शव को जलाते गये. परिजनों को पता था कि मौत का कारण क्या है, लेकिन वे कानूनी पचड़े में फंसना नहीं चाहते थे. उन्होंने शव को जला साक्ष्य को खत्म कर दिया, लेकिन बात दबी नहीं. रघुनाथपुर लक्ष्मीपुर के रामेश्वर राम के शव का सदर अस्पताल तथा छोटु व अशोक के शव का मुजफ्फरपुर में पोस्टमार्टम हुआ तो मौत के कारणों की सच्चाई सामने आ गयी. प्रशासन को भी मानना पड़ा कि तीनों की मौत जहरीला पेय पदार्थ पीने से हुयी है. शनिवार शाम तक प्रशासन ने 14 मौत की पुष्टि करते हुए जहरीली शराब उसका कारण बताया.
एसपी कान्तेश कुमार मिश्र ने प्रेस बयान जारी कर बताया कि मरने वालों में आठ लोगों का शव उनके परिजनों ने जला दिया है. तीन मृतकों के शव का पोस्टमार्टम हुआ है. तीनों का भेसरा पिजर्व किया गया है. जांच के लिए उसे फॉरेंसिंक लैब भेजा जायेगा. कहा कि लोगों की मौत के बाद पुलिस व मद्यनिषेध की टीम ने तुरकौलिया पहुंच छानबीन की. इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि गुरूवार की रात कुछ लोगों ने कच्ची शराब बनाकर उसका सेवन किया था. शराब के जहरीले हो जाने के कारण कुछ लोगों की मौत हो गयी. ग्रामीणों ने यह भी बताया कि कुछ मृतकों के शव को परिजनों ने जला दिया. जबकि बीमार लोगों को शहर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया.
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मौत के मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस व मद्य निषेध की टीम संयुक्त रूप से प्रभावित इलाका सुगौली, हरसिद्धि, तुरकौलिया व पहाड़पुर के प्रभावित इलाकों में कैम्प कर रही है. इसके साथ ही, लोगों से घर-घर अभियान चलाकर किसी के बीमार होने और छिपकर इलाज कराने की पुष्टि भी की जा रही है. बताया जा रहा है कि अभी तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है.