Bihar : मुकेश सहनी को एसटीएफ ने दबोचा, जानें किस मामले में हुई गिरफ्तारी
पूर्व मंत्री रामाश्रय सहनी के पुत्र मुकेश साहनी को बिहार एसटीएफ की टीम ने पश्चिम बंगाल के दालकोला से गिरफ्तार किया है. एसटीएफ की टीम उसके तीन अन्य शागिर्दों को भी गिरफ्तार किया है. उनके पास से दानापुर से चोरी की गयी टाटा सूमो भी बरामद की गई है.
समस्तीपुर. अंतरराज्यीय वाहन लुटेरा गिरोह के सरगना एवं पूर्व मंत्री रामाश्रय सहनी के पुत्र मुकेश साहनी को बिहार एसटीएफ की टीम ने पश्चिम बंगाल के दालकोला से गिरफ्तार किया है. एसटीएफ की टीम उसके तीन अन्य शागिर्दों को भी गिरफ्तार किया है. उनके पास से दानापुर से चोरी की गयी टाटा सूमो भी बरामद की गई है. सूमो एसटीएफ डीएसपी की बतायी जा रही है. जिसे 24 अप्रैल को पटना के दानापुर से चोरी कर लिया गया था.
कई बार जेल की हवा खा चुका है मुकेश
बताया जाता है कि मुकेश सहनी को बिहार एसटीएफ की टीम ने उसके एक सहयोगी सुनील शर्मा के साथ पश्चिम बंगाल के दालकोला थाना क्षेत्र के उत्तरी दिनाजपुर इलाके से गिरफ्तार किया है. मुकेश साहनी का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है. लूट, चोरी, हत्या एवं डकैती के कई कांड उसपर दर्ज हैं. कई बार वह जेल की हवा भी खा चुका है. जानकारी के अनुसार दानापुर में बीते 24 अप्रैल की रात वाहन चोरों ने स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की सरकारी सूमो गाड़ी चोरी कर ली थी. एसटीएफ की सूमो गाड़ी के चालक दिनेश कुमार ने थाने में गाड़ी का मामला दर्ज कराया था.
चोरी गयी टाटा सूमो भी बरामद
बताया जाता है कि शनिवार की रात को अधिकारी को छोड़ने के बाद वह सरकारी सूमो गाड़ी आनंद बाजार स्थित बीएन सिंह के मकान के नीचे खड़ा कर दिया था. सुबह जब वह उठ कर गाड़ी की सफाई करने के लिए पहुंचा, तो गाड़ी गायब थी. इसके बाद सीसीटीवी फुटेज से अपराधी की पहचान कर एसटीएफ ने छापेमारी शुरू की. शनिवार को पश्चिम बंगाल से कोरबद्धा निवासी पूर्व मंत्री (बिहार सरकार के पशुपालन एवं मत्स्य) रामाश्रय सहनी के पुत्र मुकेश सहनी और भोजपुर जिले के चांदी थाना क्षेत्र निवासी राजेंद्र शर्मा के पुत्र सुनील कुमार उर्फ सुनील शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया. उनके पास से चोरी गयी टाटा सूमो भी बरामद कर ली गयी.
मुकेश का लंबा है आपराधिक इतिहास
पूर्व मंत्री पुत्र मुकेश को पहली बार 15 मार्च 2009 को मुफस्सिल थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था. उस पर शास्त्री नगर थाना क्षेत्र से एक वाहन चोरी करने का आरोप था. इसके बाद 29 मार्च 2013 को उजियारपुर के बिलारी गांव से एक बार फिर पुलिस ने इसे गिरफ्तार किया. मुकेश के साथ-साथ उसके ग्रामीण गंगा प्रसाद सिंह को भी पकड़ा गया था. इनके पास से एक कार, एक मालवाहक मिनी ट्रक एवं कई मास्टर चाबियां बरामद की गई थीं.2017 के जून माह में दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के बसढिया के समीप एनएच 28 पर एक इंजीनियर की कार एवं राइफल लूटने के मामले में भी मुकेश का नाम सामने आया था.
हत्या और लूट का रहा है आरोपी
इसके बाद 9 अप्रैल 2018 को जनसाधारण एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे स्वर्ण व्यवसायी साजन कुमार सोनी की हत्या कर लाखों रुपए की ज्वेलरी लूट मामले में भी इसका नाम सामने आया. तत्कालीन रेल एसपी संजय कुमार के नेतृत्व में 16 अप्रैल 2018 को जीआरपी पुलिस ने उजियारपुर के लक्ष्मीपुर महेशपट्टी गांव से विकेश कुमार उर्फ विक्की एवं कोरबद्धा के सुनील कुमार को गिरफ्तार किया था. उसके पास से लाखों रुपए मूल्य के 32 सोने की चेन, सोने के बिस्किट के साथ-साथ 60 हजार रुपए भी बरामद किये गये थे. इस घटना में भी मुकेश का नाम सामने आया था. कुछ दिन बाद इस घटना में उसे गिरफ्तार किया गया था.
बड़े भाई की भीड़ ने पीट पीटकर हत्या कर दी थी
मुकेश साहनी के बड़े भाई राजीव साहनी की 13 जुलाई 2014 को दलसिंहसराय के असीम लचक गांव में भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. बताया जाता है कि राजीव अपने साथी राजाराम के साथ उस गांव में एक कार की चोरी करने के लिए गया था. ग्रामीणों ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया था. इसके बाद भीड़ ने उनकी जमकर पिटाई कर दी थी. इस घटना में राजीव की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी.