पटना. बिहार में पंचायत चुनाव खत्म हो चुका है, लेकिन चुनावी हिंसा अभी खत्म नहीं हुई है. कहीं न कहीं से हर दिन मुखिया या हार गये उम्मीदवारों के हाथों मतदाताओं पर अत्याचार की खबरें आती रहती है. कहीं पक्ष में वोट नहीं देने वालों को कहीं गोली मारी जा रही है, तो कहीं थूक चटवाया जा रहा है.
ताजा मामला नवादा से है. नवादा के रोह थाने की मरुई पंचायत में वोट नहीं देने के आरोप में एक शख्स का कान मुखिया के लोगों ने तलवार से काट डाला. घायल वोटर का नाम मिथिलेश यादव है, जिसे ईलाज के नालंदा रेफर किया गया है.
जानकारी के अनुसार, मरुई पंचायत में वोट नहीं देने पर मुखिया के लोगों ने जागीर गांव निवासी मिथिलेश यादव के कान काट डाले. घायलावस्था में उसे रोह पीएचसी लाया गया, जहां से उसे विम्स पावापुरी (नालंदा) रेफर कर दिया गया. मिथिलेश ने थाने में मरुई की मुखिया मुटुरवा देवी के देवर समेत चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी करायी है.
मिथिलेश का आरोप है कि 27 दिसंबर की शाम वह बारापांडेया से मजदूरी करके घर लौट रहा था. सम्हराइन पुल के पास पहुंचते ही वहां जयकरण यादव, अजीत, कुंदन और संतोष यादव स्कॉर्पियो से आये और वोट नहीं देने का आरोप लगाते हुए मारपीट करने लगे. इसी बीच जयकरण के आदेश पर संतोष यादव ने तलवार चला दिया, जिससे उसका बायां कान कटकर गिर गया.
इधर, मरुई की मुखिया के देवर जयकरण यादव का कहना है कि मिथिलेश का गांव में किसी व्यक्ति से झगड़ा हुआ. धक्का-मुक्की के दौरान गिरने से उसके कान का निचला हिस्सा कट गया, लेकिन मामले को दूसरा मोड़ दिया जा रहा है. इस घटना में उसकी कोई संलिप्तता नहीं है.