पटना. राज्य की करीब 90 नगरपालिकाओं में निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्यकाल गुरुवार को समाप्त हो जायेगा. इन नगरपालिकाओं का शपथ ग्रहण नौ जून 2017 को कराया गया था. बिना जनप्रतिनिधि वाली नगरपालिकाओं को संभालने की जिम्मेदारी अब प्रशासकों के हाथों में चली जायेगी. सरकार ऐसी सभी नगरपालिकाओं में प्रशासक नियुक्ति का अधिकार संबंधित जिले के जिलाधिकारी को सौंप सकती है.
यह माना जा रहा है कि नगर निगम क्षेत्र में जिलाधिकारी, नगर परिषद क्षेत्र में अपर समाहर्ता और नगर पंचायतों में वरीय उप समाहर्ता या उससे ऊपर के पदाधिकारी प्रशासक नियुक्त हो सकते हैं. नगरपालिका आम चुनाव 2017 में राज्य की 101 नगरपालिकाओं में चुनाव कराया गया था. इसमें सात नगर निगम क्षेत्र, 31 नगर परिषद क्षेत्र और 62 नगर पंचायत क्षेत्र शामिल थे.
राज्य निर्वाचन आयोग ने इन सभी नगरपालिकाओं में निर्वाचन के बाद वहां के पार्षदों और मुख्य पार्षदों के शपथ ग्रहण कराने की तिथि निर्धारित कर दी थी. इसके अनुसार निर्वाचित पार्षदों का पांच साल विभिन्न तिथियों को पूरा हो रहा है. इसमें पटना नगर निगम के निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्यकाल 19 जून को पूरा हो रहा है .
पटना जिला के नगर परिषद बाढ़, खगौल, दानापुर, मोकामा, मसौढ़ी, फुलवारीशरीफ व बख्तियारपुर के साथ नगर पंचायत मनेर और कटिहार जिले के नगर पंचायत बारसोई का कार्यकाल 21 जून को पूरा हो जायेगा. राज्य में सबसे अंत 27 जून को मुंगेर नगर निगम के निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. इसके अलावे सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्यकाल गुरुवार को समाप्त हो जायेगा. इसके बाद से इनका कार्यकाल पूरा हो रहा है.